लॉकडाउन के कारण उत्तर प्रदेश के वित्तविहीन शिक्षकों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. वैश्विक महामारी के दौर में परिवार पर आए संकट को दूर करने के लिए पीएम के संसदीय वाराणसी में आज मंगलवार 16 जून को वित्तविहीन शिक्षकों ने अनोखा प्रदर्शन किया. वाराणसी के अस्सी घाट पर वित्तविहीन शिक्षकों ने गंगा में अर्धनंग होकर प्रदर्शन किया. वित्तविहीन शिक्षकों के साथ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी इस प्रदर्शन में शामिल रहे.
वित्तविहीन शिक्षकों ने गंगा में प्रदर्शन के दौरान सरकार के खिलाफ नारे के साथ ही हम भी इंसान है हमें भी भोजन दो, हमारे बच्चे भूखे हैं, हमें भी भोजन दो, के नारे लगाए. प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों का कहना था लॉकडाउन के कारण उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. जिसके चलते उन्होंने प्रदर्शन करने का कदम उठाया है.
पुलिस के डर के कारण प्रदर्शन का बदला स्थान
अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे वित्तविहीन शिक्षकों ने पुलिस के डर के कारण प्रदर्शन का स्थान बदल दिया. शिक्षकों ने पहले सामने घाट पर गंगा में उतरकर प्रदर्शन की बात कही थी, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के बाद शिक्षकों ने अस्सी घाट के सामने गंगा में अर्धनंग होकर प्रदर्शन किया. वित्तविहीन शिक्षक राजेश कुमार ने बताया कि लॉकडाउन में स्कूल कॉलेज बंद होने के कारण वित्तविहीन शिक्षक परेशान हैं. सरकार ने इस मुश्किल समय में भी हम लोगों के लिए कोई राहत पैकेज की व्यवस्था नहीं की है. लॉकडाउन के कारण अब हम शिक्षकों की आर्थिक स्थिति बिगड़ गयी है.
वहीं प्रदर्शन में शामिल समाजवादी पार्टी के नेता संजय प्रियदर्शी ने बताया कि सरकार ने वित्तविहीन विद्यालय और उनसे जुड़े अध्यापकों के लिए किसी फंड की व्यवस्था नही की है जिससे स्कूल प्रबंधक भी उन्हें सैलरी देने में असमर्थ हैं . हमारी मांग है कि सरकार वित्तविहीन अध्यापकों के साथ ही वित्तविहीन अध्यापकों के लिए फंड की व्यवस्था करें.