बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर के खिलाफ कोर्ट अवमानना का मामला नहीं चलेगा. अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने एक्ट्रेस स्वरा भास्कर अवमानना का मामला चलाने की याचिका पर सहमति से इनकार कर दिया है. गौरतलब है कि अभिनेत्री ने फरवरी में आयोजित एक पैनल चर्चा में अयोध्या में रामजन्मभूमि- बाबरी मस्जिद विवाद मामले में स्वरा भास्कर ने टिप्पणी की थी.
स्वरा भास्कर ने अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक और निंदनीय बयान दिए थे, जिसके बाद उन पर अवमानना की कार्यवाही करने की मांग की गई थी. उच्चतम न्यायालय में लगाई गई याचिका में ये आरोप लगाया गया था कि स्वरा ने ये बयान एक फरवरी 2020 को एक पैनल में चर्चा के दौरान दिया था.
उन्होंने कहा था कि हम एक देश में रह रहे हैं जहां हमारे देश के सर्वोच्च न्यायालय ने एक फैसले में कहा कि बाबरी मस्जिद का विध्वंस गैरकानूनी था और फिर उसी फैसले ने उन्हीं लोगों को पुरस्कृत किया, जिन्होंने मस्जिद को गिराया था.
स्वरा भास्कर ने एक टीवी डिबेट में हिस्सा लिया था, जिसमें वह सीएए और एनआरसी के मुद्दों पर फंसती नजर आयी थी. जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर उनके कम ज्ञान के लिए काफी ट्रोल किया गया था. वहीं स्वरा भास्कर ने एक और बयान में कहा था कि अगर मैं सवाल उठाती हूं तो मुझ पर एंटीनेशनल का आरोप लगता है, लेकिन जिन सांसद पर आतंकवादी होने का आरोप लगता है उन पर कोई कुछ नहीं बोलता है.