मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज की खुदरा कारोबार इकाई रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) में वैश्विक निवेश फर्म केकेआर ने बुधवार को 1.28 प्रतिशत इक्विटी के लिये 5,550 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की है. एक पखवाड़े के भीतर रिलायंस रिटेल में यह दूसरा बड़ा निवेश है. इससे पहले नौ सितंबर को सिल्वर लेक ने आरआरवीएल में 1.75 प्रतिशत इक्विटी के लिये साढ़े सात हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है.
केकेआर का निवेश रिलायंस रिटेल की प्री-मनी इक्विटी को 4.21 लाख करोड़ रुपये आकलन पर किया गया है.इससे पहले इस वर्ष की शुरुआत में केकेआर ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 11,367 करोड़ का निवेश किया था. यह केकेआर का रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी में दूसरा निवेश है.
रिलायंस रिटेल लिमिटेड के देश भर में फैले 12 हजार से ज्यादा स्टोर्स में सालाना करीब 64 करोड़ खरीदार आते हैं. यह भारत का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से विकसित होने वाला खुदरा कारोबार है. रिलायंस रिटेल के पास देश के सबसे लाभदायक रिटेल बिजनेस का तमगा भी है.
कंपनी खुदरा वैश्विक और घरेलू कंपनियों, छोटे उद्योगों, खुदरा व्यापारियों और किसानों का एक ऐसा तंत्र विकसित करना चाहती है, जिससे उपभोक्ताओं को किफायती मूल्य पर सेवा प्रदान की जा सके और लाखों रोजगार पैदा किए जा सकें.रिलायंस रिटेल ने अपनी नई वाणिज्य रणनीति के तहत छोटे और असंगठित व्यापारियों का डिजिटलीकरण शुरू किया है.
कंपनी का लक्ष्य दो करोड़ व्यापारियों को इस नेटवर्क से जोड़ना है. यह नेटवर्क व्यापारियों को बेहतर प्रौद्योगिकी के साथ ग्राहकों को बेहतर मूल्य पर सेवाएं देने में सक्षम बनाएगा.निवेश पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, “मैं रिलायंस रिटेल वेंचर्स में एक महत्वपूर्ण निवेशक के रूप में केकेआर का स्वागत करते हुए प्रसन्न महसूस कर रहा हूं. प्रत्येक भारतीय के लाभ के लिए हम भारतीय रिटेल ईको-सिस्टम को विकसित करने और बदलने के लिए आगे बढ़ते रहेंगे.
हम अपने डिजिटल सेवाओं और रिटेल बिजनेस में केकेआर के ग्लोबल प्लेटफॉर्म, उद्योग की परिपवक्ता और परिचालन महारथता का लाभ लेने को आतुर और तैयार हैं.”केकेआर के सह-संस्थापक और सह-सीईओ हेनरी क्राविस ने कहा, “हम रिलायंस रिटेल वेंचर्स में इस निवेश के माध्यम से रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ अपने संबंधों को और मजबूत कर रहे हैं.
रिलायंस रिटेल सभी व्यापारियों को सशक्त बनाने और भारतीय उपभोक्ताओं के रिटेल खरीददारी के अनुभव को बदल रहा है. हम भारत के अग्रणी रिटेलर बनने और एक और समावेशी भारतीय रिटेल इकोनॉमी बनाने के रिलायंस रिटेल के मिशन का पूर्ण समर्थन करते हैं. “मुकेश अंबानी की आरआरवीएल ने हाल ही में देश के खुदरा कारोबार में तीन दशक से अधिक समय तक जमीं फ्यूचर समूह का 24713 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया था.