उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस (Hathras) में दो हफ्ते पहले रेप का शिकार बनी 19 साल की पीड़िता ने आज दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल (Safdarjang Hospital) में दम तोड़ दिया.
गैंगरेप की घटना के बाद पीड़िता को नौ दिन बाद होश आया. होश में आने के बाद उसकी कटी जुबान से वो कुछ बोल नहीं सकी. लेकिन उसने इशारों में अपने साथ हुई दरिंदगी की दास्तां दो पन्नों में लिखी.
इस लड़की के साथ हैवानियत की हद पार की गई. चार लोगों ने इस लड़की के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया. दिल्ली में पीड़िता की मौत होने के बाद यूपी सरकार ने पीड़िता के परिवार को दस लाख की मदद देने का ऐलान किया है.
पीड़िता को गंभीर चोटें लगी थीं और उसका ICU में इलाज चल रहा था. कथित रूप से उसके गांव में लगभग दो हफ्तों पहले चार-पांच लोगों ने मिलकर उसका गैंगरेप किया था और प्रताड़नाएं दी थीं. पीड़िता पिछले दो सप्ताह से अलीगढ़ (Aligarh) के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती थी. हालत में कोई सुधार नहीं होने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया.
यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) की कानून व्यवस्था पर सवाल पैदा हो जाते हैं. इस मामले में सियासत शुरू हो गई है. इस मामले में सभी विपक्षी दलों ने य़ूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. बसपा सुप्रीमो मायावती, दिल्ली की सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी योगी सरकार पर हमला बोला है.
कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने दरिंदगी की शिकार बेटी के परिजनों से बात की है और तीन-चार दिन में हाथरस पहुंचकर उनसे मुलाकात करने का भरोसा दिया है. प्रियंका ने योगी सरकार पर निशाना साधा और कानून व्यवस्था का मसला उठाया.
मामले में सभी चार आरोपी जेल में हैं. पीड़िता दलित जाति से थी, और सभी आरोपी कथित रूप से उच्च जाति से ताल्लुकात रखते हैं. पीड़िता पर 14 सितंबर को राजधानी दिल्ली से करीब 200 किमी दूर स्थित हाथरस के एक गांव में हमला किया गया था. पीड़िता के परिवार का आरोप है कि उसके साथ 14 सितंबर को तब गैंगरेप किया गया, जब वो अपनी मां और भाई के साथ घास काटने गई थी.