महराजगंज/रायबरेली। क्षेत्र के खैरा गांव में मंगलवार को स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना परीक्षण कराने से मना करते हुए ग्रामीणों ने लाठी-डंडे लेकर पूरी टीम को दौड़ा लिया था। मामले की सूचना मिलने के बाद एसडीएम और सीओ की अगुवाई में स्वास्थ्य कर्मियों की टीम दूसरे दिन गांव पहुंची और 52 लोगों का कोरोना परीक्षण किया। इस दौरान ग्रामीण सहमे रहे।
आपको बता दें कि बुधवार को सीएचसी अमावा के डॉक्टर रोहित कटिहार के नेतृत्व में 7 सदस्य कोरोना परीक्षण दल खैरा गांव में पहुंचा ही था कि गांव वालों ने शोर मचा दिया कि यह सब जबरदस्ती टीका लगाने आए हैं। देखते ही देखते सैकड़ों ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर जांच दल पर हमला करने दौड़ पड़े और स्वास्थ्य कर्मियों ने जान बचाने के लिए उल्टे पांव वापस लौटने में ही भलाई समझी।
लौट कर आए डॉक्टर ने पूरा मामला एसडीएम सविता यादव को बताया। एसडीएम ने बुधवार को सीओ राम किशोर सिंह, कोतवाल रेखा सिंह के साथ पुलिस दल लेकर गांव को प्रस्थान किया। साथ में गई स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने गांव में मिले 52 लोगों का कोरोना टेस्ट किया। जिसमें कोई पॉजिटिव नहीं निकला।
इस मौके पर थुलवासा चौकी इंचार्ज आशीष तिवारी, एसआई जमुना प्रसाद, एसआई विकास चौधरी, एसआई रमेश तिवारी सहित 7 सदस्सीय स्वास्थ्य कर्मियों की टीम मौजूद रही।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा