प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि क्षेत्रीय बहुपक्षीय संगठन बिम्सटेक ने संपर्क के लिए ”मास्टर प्लान” को अंतिम रूप देने सहित कई मोर्चों पर प्रगति की है और यह भरोसा जगाने वाले एक क्षेत्रीय समूह के रूप में उभरा है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि भारत अपनी एक्ट ईस्ट और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र नीतियों में योगदान देगा। उन्होंने यह बात बिम्सटेक (बहु क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल) दिवस पर कही।
उन्होंने ट्वीट किया कि बिम्सटेक दिवस, बंगाल की खाड़ी में सहयोग की अपार संभावनाओं को दर्शाता है। यह महसूस कराता है कि दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया को आपस में जोड़ने में मदद मिली है। यह हमारी एक्ट ईस्ट और इंडो-फैसिफिक नीतियों में भी योगदान देगा।
भारत के अलावा बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड और म्यांमार बिम्सटेक (बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन) के सदस्य हैं.
उन्होंने कहा, ”मुझे पूरा भरोसा है कि बिम्सटेक आगे बढ़ता रहेगा और एक सुरक्षित, शांतिपूर्ण और समृद्ध बंगाल की खाड़ी के निर्माण के साझा सहयोग की नयी ऊंचाइयां छुएगा.”