राज्यपाल आनंदीबेन पटेल विश्वविद्यालयों को अपना सामाजिक दायरा बढ़ाने के लिए प्रेरित करती है। इसमें शिक्षक विद्यार्थी दोनों अपने अपने स्तर से सहयोग कर सकते है। शिक्षण संस्थान जब सामाजिक गतिविधियों में भी सहयोग करते है तो उसका व्यापक प्रभाव होता है। इससे जहां लोगों में जागरूकता आती है, वहीं अन्य संस्थाओं को भी समाज सेवा में योगदान की प्रेरणा मिलती है।
इस समय कोरोना वैक्सिनेशन का अभियान चल रहा है। इसके लिए लोगों को जागरूक करना आवश्यक है। विश्वविद्यालयों को यह जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए। आनन्दी बेन ने विश्वविद्यालयों को निर्देश दिये कि वे अपने सभी कर्मिकों,उनके परिजनों तथा छात्रों का शत प्रतिशत टीकाकरण करायेें, साथ ही योग दिवस तथा वृहद वृक्षारोपण के लिये भी अपनी तैयारी करें। उन्होंने सुझाव दिया कि उचित होगा कि अधिक से अधिक पीपल के वृक्ष लगाये जाय।
महिला सशक्तीकरण
राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों में स्थापित महिला अध्ययन केन्द्रों की समीक्षा की। कहा कि महिला सशक्तीकरण पर अधिक से अधिक कार्यक्रम किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि महिला जागरूकता के लिये विश्वविद्यालय गोष्ठी एवं सेमिनार आदि आयोजित करें, जिसमें नवनिर्वाचित महिला ग्राम प्रधानों को भी शामिल करते हुए उन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दें। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों को सहयोग देते हुये कुपोषित बच्चों, किशोरियो,गर्भवती महिलाओं तथा क्षय रोग ग्रसित बच्चों के उत्तम स्वास्थ्य हेतु ग्राम प्रधानों को प्रेरित करें, ताकि इस प्रकार की समस्याओं से उनकी ग्राम सभा मुक्त हो सके।
विद्यार्थियों को व्याख्यान की प्रेरणा
आनंदी बेन विद्यार्थियों को भी अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन हेतु प्रेरित करती है। शिक्षकों का यह दायित्व है कि वह विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में सहायक बनें। उन्हों ने कहा कि विश्वविद्यालय अपने बच्चों को विभिन्न गोष्ठियों व सेमिनार में बोलने के लिये भी तैयार करें ताकि वे विभिन्न सामाजिक कुरीतियों को लोगों के समक्ष प्रभावी ढंग से रख सकें,जिससे दहेज प्रथा,लड़का लड़की में भेद जैसी कुरीतियों से बचा जा सके। बालिकाओं को नारी निकेतन,जेल, अस्पताल आदि का भी भ्रमण कराये ताकि वे वहां के अनुभव को जानकर आने वाले समय में विभिन्न बुराइयों से बच सकें।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय लम्बित समस्त डिग्री प्रमाणपत्रों को यथाशीघ्र विद्यार्थियों के पते पर भेजना सुनिश्चित करें साथ ही लम्बित प्रमाण पत्रों की सूचना अपनी वेबसाइट पर भी डालें। विश्वविद्यालय में डिजिटल लाॅकर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। राज्यपाल ने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय राज्य विश्वविद्यालयों के साथ एएमयू करके वहां पर अपने अध्ययन केन्द्र बनाएं ताकि छात्रों को सहूलियत हो सके। आनंदीबेन पटेल ने राजभवन से उप्र राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज तथा डा राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय,अयोध्या की आनलाइन समीक्षा बैठक की। उनको आवश्यक दिशा निर्देश दिए।