केरल (Kerala) में ज़ीका वायरस (Zika virus) के पहले केस की तसदीक की गई है. केरल में ये इस साल का पहला मामला है. रियासत में ज़ीका वायरस पॉज़ीटिव होने के शक में 13 लोगों के सैंपल लिए गए हैं जिनकी जांच के लिए उन्हें पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ वायरोलॉजी भेज दिया गया है.
जीका वायरस की स्थिति पर नजर रखने और मामलों के प्रबंधन में राज्य सरकार को सहयोग देने के लिए विशेषज्ञों का छह सदस्यीय केंद्रीय दल दक्षिणी राज्य भेजा गया था। केरल में मच्छरों के काटने से होने वाली इस बीमारी का पहला मामला 24 साल की गर्भवती महिला में सामने आया।
जीका के लक्षण डेंगू की तरह हैं जिनमें बुखार, त्वचा पर चकत्ते और जोड़ों में दर्द होना शामिल है। मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा था कि केरल में जीका संक्रमण के मामले सामने आए हैं और यह अप्रत्याशित नहीं है क्योंकि यह विषाणु डेंगू और चिकुगुनिया फैलाने वाले एडीस मच्छर से फैलता है।
उन्हें बुखार, सिर दर्द और शरीर पर लाल निशान पड़ने की वजह से 28 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.अस्पताल में की गई जांच से उनके ज़ीका से मुतासिर होने की तसदीक हुई .