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बच्चों को विटामिन ए की खुराक और सभी टीके लगवाना बहुत ही आवश्यक : डॉ. कन्नौजिया

कानपुर। मान्यवर काशीराम संयुक्त चिकित्सालय में बुधवार को बाल स्वास्थ्य पोषण माह का शुभारम्भ हुआ। इसके अन्तर्गत बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई गई और आयरन सिरप वितरित किया गया। बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता विकसित करने और आँखों की बीमारियों से दूर रखने के लिए बाल स्वास्थ्य एवं पोषण माह का शुभारम्भ किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नैपाल सिंह के निर्देशानुसार मान्यवर काशीराम संयुक्त चिकित्सालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिनेश सचान ने कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

इस अवसर पर एसीएमओ आरसीएच डॉ. एसके सिंह, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. ए.के. कन्नौजिया, एसीएमओ एनसीडी डॉ. महेश कुमार, डीएचई आईओ शैलेन्द्र कुमार और डीपीएम अश्वनी गौतम, यूनिसेफ से डीएमसी फुजैल अहमद और डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ. जीतेन्द्र ने बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई। जिला प्रतिरक्षण अधकारी डॉ. एके कन्नौजिया ने बताया कि सीएमओ डॉ. नैपाल सिंह के निर्देशानुसार जिले में ग्रामीण और शहरी स्तर पर आयोजित होने वाले स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस सत्रों में जिले के सभी नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। यह अभियान 28 जुलाई से प्रारम्भ होकर पूरे अगस्त माह में जिले में हर बुधवार और शनिवार को स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस सत्रों में चलाया जायेगा।

  • बाल स्वास्थ्य पोषण माह का शुभारम्भ
  • नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को पिलाई जाएगी विटामिन ‘ए’ की खुराक
  • जनपद के करीब 5.89 लाख बच्चों को विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाने का लक्ष्य

डॉ. एके कन्नौजिया ने बताया कि विटामिन ए की कमी से शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है जिसमें आँखों से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती है। बच्चों की नज़र का कमज़ोर होना, रतौंधी या रात में साफ न दिखना, आँखों में रूखापन होना और कई बार अन्धता भी विटामिन ए की कमी से ही होता है।

इसकी कमी से त्वचा सम्बन्धी समस्याएं और पेट की समस्या या दस्त भी हो सकता है। इस लिए आवश्यक है कि बाल्यावस्था में ही इन कमियों को दूर किया जाये जिसके लिए सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक और सभी टीके लगवाना बहुत ही आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस बार 9 माह से 5 वर्ष तक के करीब 5.89 लाख बच्चों को विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाने का लक्ष्य है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में आशा, ए.एन.एम. व आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता संयुक्त रूप से कार्य करेंगी।

शिव प्रताप सिंह सेंगर

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