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गौसेवा आयोग में गौ आधारित प्राकृतिक खेती के प्रोत्साहन की बाबत विचार गोष्ठी संपन्न

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रवर्तित गौ आधारित जैविक, प्राकृतिक कृषि को जन-जन तक पहुँचाने, इस सम्बन्ध में कृषकों की जिज्ञासाओं के निराकरण हेतु अध्यक्ष श्याम नन्दन सिंह की अध्यक्षता में एक दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित मुख्य अतिथि, लोकभारती संस्था के राष्ट्रीय संगठन मंत्री, बृजेन्द्र पाल ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए अपने उद्बोधन में आयोग की सराहना करते हुए कहा कि गाय भारतीय संस्कृति का प्रतीक है और इस प्रकार के आयोजनों से जनमानस में गौवंश की उपयोगिता के प्रति जागरूकता उत्पन्न होगी तथा भारतीय संस्कृति का रक्षण हो सकेगा।

प्रथम सत्र में डा. आर.ए. राम, वरिष्ठ वैज्ञानिक, केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा लखनऊ ने अपने व्याख्यान में ‘‘प्रकृति की भाषा को समझते हुए प्रकृति से जुड़कर‘‘ गौ आधारित जैविक, प्राकृतिक कृषि का आह्वान किया तथा प्रतिभागी किसान भाइयों की जिज्ञासाओं का उत्तर देते हुए उनकी कठिनाइयों के निराकरण हेतु सुझाव भी प्रस्तुत किये। द्वितीय सत्र से पूर्व प्रतिभागी किसान भाईयों ने अपने अनुभव बताते हुए जैविक, प्राकृतिक कृषि की कठिनाइयों का भी उल्लेख किया।

द्वितीय समावेशी सत्र में विनय कौशल, उपनिदेशक, कृषि विभाग ने उपस्थित कृषक भाईयों को परम्परागत खेती और जैविक कृषि की नवीन तकनीकों से अवगत कराया एवं उनके उत्साहवर्धन के लिए किये जा रहे राजकीय प्रयासों से अवगत कराया। प्रश्नोत्तर काल में विनय कौशल द्वारा किसान भाईयों की समस्याओं के निराकरण हेतु सुझाव दिये गये। रासायनिक कृषि कर रहे उपस्थित किसान भाईयों को जैविक, प्राकृतिक खेती के लाभ बताते हुए उन्हें जैविक, प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित किया।

अन्त में प्रो. श्याम नन्दन सिंह अध्यक्ष गौसेवा आयोग ने सभी कृषक बन्धुओं और अतिथियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उपस्थित सभी ज्ञानीजनों के विचारों से आयोग समृद्ध हुआ है, तथा इस ज्ञान का सदुपयोग आयोग की आगामी योजनाओं में परिलक्षित होगा। उन्होंने बताया कि गौ आधारित जैविक, प्राकृतिक कृषि में उपज की लागत रासायनिक कृषि की अपेक्षा कम होती है। प्राकृतिक कृषि की लागत में कमी होने के कारण जहाँ किसान की आय बढ़ेगी वहीं ये किसान अपनी अगली पीढ़ियों को उर्वरा भूमि और शुद्ध पर्यावरण उपहार स्वरूप सौंप जाने के यज्ञ में भागीदार होंगे। इस समारोह का संचालन डा. मुकेश सिंह, विशेष कार्याधिकारी द्वारा किया गया। इस अवसर पर आयोग के सदस्य कृष्ण कुमार सिंह ‘भोले सिंह‘, सदस्य राज कुमार लोधी, आयोग के सचिव डा. वीरेन्द्र सिंह तथा आयोग के अन्य विशेष कार्याधिकारीगण भी उपस्थित रहे।

  दया शंकर चौधरी

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