लखनऊ। राष्ट्रीय महिला आयोग एवं हिमाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग के संयुक्त तत्वाधान में शुक्रवार को दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। उप्र. राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने बताया कि उक्त दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन राज्य महिला आयोगों के साथ पारस्परिक संवाद बैठक के तौर पर किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष, रेखा शर्मा, सदस्य सचिव, मीता राजीवलोचन तथा उप्र. राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष, सुषमा सिंह द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। तत्पश्चात् राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष, रेखा शर्मा द्वारा विभिन्न प्रान्तों के राज्य महिला आयोगों से आये हुये अध्यक्षों एवं उपाध्यक्षों का हिमाचल प्रदेश की पारम्परिक टोपी एवं शाॅल पहनाकर स्वागत-सम्मान किया गया। तत्पश्चात् राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष, रेखा शर्मा द्वारा विभिन्न प्रान्तों के राज्य महिला आयोगों से आये हुये अध्यक्षों एवं उपाध्यक्षों का हिमाचल प्रदेश की पारम्परिक टोपी एवं शाॅल पहनाकर स्वागत-सम्मान किया गया।
बैठक के तकनीकी सत्र में महिलाओं को घरेलू हिंसा से संरक्षण प्रदान करने के लिए बनाये गये कानूनों, योजनाओं और पुनर्वास के विषय पर आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उड़ीसा, तमिलनाडु के प्रतिनिधियों द्वारा विचार व्यक्त किया गया। उपाध्यक्ष, सुषमा सिंह द्वारा उ.प्र. राज्य महिला आयोग का प्रतिनिधित्व करते हुये बैठक के तकनीकी सत्र में उक्त विषय पर उ.प्र. राज्य महिला आयोग के क्रिया-कलापों एवं घरेलू हिंसा के प्रकरणों के निस्तारण के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी तथा विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए अपने विचार व्यक्त किये गये। अन्त में उक्त दो दिवसीय कार्यशाला के प्रथम दिवस की बैठक का समापन किया गया। द्वितीय दिवस की कार्यशाला, बैठक शनिवार (8 जनवरी) को आयोजित की जायेगी, जिसमें अन्य प्रान्तों के राज्य महिला आयोगों द्वारा उक्त विषय पर अपने विचार प्रकट किये जायेंगे।