मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इसके अन्तर्गत नियमित टीकाकरण में जिन बच्चों का टीकाकरण नहीं हो सका है उन्हें चिन्हित किया जायेगा और टीके लगाये जायेंगे। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को टी.डी. यानी टिटनेस डिपथीरिया का टीका लगाया जायेगा। उन्होंने बताया कि पूरे अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए माइक्रोप्लान बनाकर कार्य किया जायेगा।
- Published by- @ShivPratapSinghSengar, Tuesday, 01 Febraury, 2022
सुलतानपुर। प्रदेश में कोविड के चलते या किन्हीं अन्य कारणों से नियमित टीकाकरण से छूट गए बच्चों और गर्भवती महिलाओ को टीकाकरण से आच्छादित करने के लिए, 07 मार्च से सघन मिशन इन्द्रधनुष 4.0 (IMI 4.0) अभियान की शुरुआत होने जा रही है। यह अभियान तीन चरणों में चलाया जायेगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. धर्मेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि सघन मिशन इन्द्रधनुष की शुरुआत 07 मार्च से की जाएगी। पूरे अभियान को तीन चरणों में चलाया जायेगा। इसमें प्रथम चरण 07 से 14 मार्च तक, दूसरा चरण 4 अप्रैल और तीसरा चरण 2 मई से शुरू होगा। अभियान का मुख्य उद्देश्य नियमित टीकाकरण से छूटे शून्य से दो वर्ष तक के सभी बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण से आच्छादित करना है।
इसके अन्तर्गत नियमित टीकाकरण में जिन बच्चों का टीकाकरण नहीं हो सका है उन्हें चिन्हित किया जायेगा और टीके लगाये जायेंगे। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को टी.डी. यानी टिटनेस डिपथीरिया का टीका लगाया जायेगा। उन्होंने बताया कि पूरे अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए माइक्रोप्लान बनाकर कार्य किया जायेगा।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. ए.एन.राय ने बताया कि सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान 4.0 के अन्तर्गत शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, आईपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा, मीजल्स रुबैला, विटामिन ए, डीपीटी, पीसीवी व एम.आर. के टीके व बूस्टर डोज़ लगाई जाएगी । इसके साथ ही अभियान में गर्भवती को भी टीडी का टीका लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभियान की सफलता के लिए सभी तैयारियाँ की जा रही हैं । सभी ब्लॉक पर अभियान के अन्तर्गत आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया है । अभियान में सर्वे भी किया जायेगा और टीकाकरण से छूटे बच्चों की वास्तविक स्थिति जानी जाएगी।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. लक्ष्मण सिंह ने बताया कि मिशन इन्द्रधनुष के तहत सभी ब्लॉक मिलाकर 1623 सत्र आयोजित किये जायेंगे। इसमें 12372 बच्चों और 2930 गर्भवती को टीकाकरण से आच्छादित करने का लक्ष्य है।उन्होंने बताया कि अभियान में बच्चों को टी.बी., हेपेटाईटिस, पोलियो, काली खांसी, डिप्थीरिया, टिटनेस, निमोनिया, दस्त, खसरा, रुबैला, दिमागी बुखार आदि रोगों से बचाने के लिए टीके निःशुल्क लगाये जायेंगे। जनसमुदाय से अनुरोध है कि अपने टीकाकरण से छूटे हुए दो वर्ष तक के बच्चे को अवश्य टीका लगवाएं। इसके लिए अपने क्षेत्र की आशा, ए.एन.एम, आंगनवाड़ी तथा स्वास्थ्य केन्द्रों पर संपर्क करें।