चीन, हांगकांग व यूरोप के कुछ हिस्सों में तेजी से बढ़ रहे कोविड-19 के मामलों के बीच भारत में कोरोना महामारी की नई लहर आने पर भी बड़ा असर नहीं होगा, यह दावा देश के विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञों ने किया है।
यह भी सुझाव दिया कि अब मास्क की अनिवार्यता से छूट देने पर भी सरकार को विचार करना चाहिए। उन्होंने इसकी वजह व्यापक टीकाकरण और प्राकृतिक संक्रमण से बनी प्रतिरोधक क्षमता को बताया।
सफदरजंग अस्पताल के सामुदायिक चिकित्सा विभाग प्रमुख डॉ. जुगल किशोर ने कहा, देश में सीरोपॉजिटिविटी बड़ी मात्रा में है, जो दर्शाता है कि करीब 90 प्रतिशत तक नागरिक कोरोना की चपेट में पहले ही आ चुके हैं। अब मास्क पहनने का नियम बनाए रखना जरूरी नहीं है।