तालिबान ने अफगानिस्तान के राष्ट्रीय रेडियो टेलीविजन (एनआरटी) के लोगो से राष्ट्रीय ध्वज को हटाकर अपना झंडा लगा दिया है, जिसके बाद वहां लोगों में भयंकर रोष पैदा हो गया है.
तालिबान ने एनआरटी लोगो के रूप में अफगानिस्तान के राष्ट्रीय झंडे को हटा दिया है और उसकी जगह अपने सफेद झंडे को लगा दिया है.तालिबान का कहना है कि उन्हें अफगानी स्टाइल के कपड़े पहनने चाहिये. एनआरटी के पूर्व निदेशक मोहम्मद इस्माइल माइखेल ने कहा कि तालिबान ने अफगानिस्तान को मूल्यों और परंपराओं के कब्रिस्तान में बदल दिया है.
नांगरहार के गर्वनर जिया उल हक अमारखेल ने फेसबुक पर पोस्ट किया है कि सरकार को अपनी प्राथमिकतायें चुननी होंगी. तालिबान सरकार को ऐसे काम करने से बचना चाहिये जिससे लोगों और सरकार के बीच दूरी बढ़े और राष्ट्रीय एकता को नुकसान हो.