पीएफआई (पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) से संबंधित चार संस्थाओं के तमाम दस्तावेज बवाल के साजिशकर्ता हयात जफर हाशमी के पास से बरामद हुए हैं। ये वो संस्थाएं हैं, जिनको पीएफआई फंडिंग करता रहा है।आज 5 और आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. अब तक इस मामले में कुल 29 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
मास्टरमाइंड कहे जा रहे जफर हयात हाशमी को पहली ही पुलिस पकड़ चुकी है. अब जानकारी ये भी आ रही है कि इस हिंसा के पीछे पीएफआई के लिंक मिल रहे हैं, इससे जुड़े कुछ दस्तावेज भी मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है.कई जांच एजेंसियों की तफ्तीश में साबित हो चुका है।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि हिंसा में जो लोग भी शामिल थे, वो अगर कहीं बाहर भी भाग गए होंगे तो भी उनकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी. हिंसा में शामिल लोगों की संपत्ति जब्त की जाएगी. मीणा ने कहा कि अब तक की जांच में हयात मुख्य आरोपी है. इसके अलावा अन्य जिनका नाम आएगा उन पर भी कार्रवाई की जाएगी.
साजिशकर्ताओं के मोबाइल से शहर के कई प्रमुख लोगों के नंबर मिले हैं। पुलिस की जांच में सामने आया कि ये लोग पर्दे की पीछे रहकर खामोशी के साथ बवाल की साजिश में शामिल थे।
संगठन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई भी की गई थी। मणिपुर, त्रिपुरा, हैदराबाद, बंगाल में ये संस्थाएं सक्रिय हैं। कई जांच एजेंसियों की तफ्तीश में सामने आ चुका है कि पीएफआई इन चारों संस्थाओं को फंडिंग करती है।