- Published by- @MrAnshulGaurav
- Friday, July 22, 2022
लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल विश्वविद्यालयों के नैक संबन्धी व्यवस्था की क्रमश समीक्षा कर रही है. वह प्रजेंटेशन का अवलोकन करके सुधार के लिए निर्देशित भी करती है .इस क्रम में उन्होंने राजभवन में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के नैक हेतु प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा नैक मूल्यांकन की तैयारियों के लिए गठित कमेटी के सदस्यों से सभी सातों मूल्यांकन क्राइटेरिया पर बिन्दुवार जानकारी ली।
सभी सातों क्राइटेरिया पर पुनरावलोकन का निर्देश दिया. उन्होंने कहा मूल्यांकन के हर बिन्दु पर सुदृढ़ तैयारी की जाए और प्रस्तुतिकरण में उल्लिखित कार्यों का विवरण एवं डाटा का हाइपर लिंक भी सम्बद्ध किया जाए जिससे कार्यों के प्रमाण का अवलोकन किया जा सके। उन्होंने निर्देश दिया कि क्राइटेरिया वाइज गठित पूरी टीम एक साथ बैठकर कार्य करें, संयुक्त तैयारी करे, आपस में तालमेल और सहयोग की भावना रखें।
उन्होंने कहा कुलपति स्वयं टीम के साथ बैठकर समीक्षा करें। प्रस्तुतिकरण में विद्यार्थियों को फीडबैक सिस्टम की जानकारी देने, इण्डस्ट्रीज की आवश्यकताओं के अनुसार फीडबैक को मजबूत करने, इन्क्यूबेशन सिस्टम के विकास में लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ तथा छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर से सहायता लेने, पेटेंट को उत्पादन में क्रियान्वित कराने, छात्रावासों की समस्याओं को दूर करने, विद्यार्थियों को ई-सुविधाओं के व्यापक उपयोग की जानकारी देने, गाँवों में की जा रही गतिविधियों को एक ही जगह प्रदर्शित करने, विश्वविद्यालय की कल्याणकारी गतिविधियों का गवर्निंग बॉडी से प्रमाण पत्र प्राप्त करने, पियर टीम की अंक गणना विधि को समझ कर कार्यों को प्रदर्शित करने, विद्यार्थियों के सोशल विजिट पर अनुभवों को अंकित कराने जैसे विषयों पर व्यापक सुधार के सुझाव दिए गए।
रिपोर्ट – दिलीप अग्निहोत्री