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ब्राह्मण एकता फाउण्डेशन ने एनकाउंटर पर उठाये सवाल, कहा अपराधिक छवि वाले नेताओं की भी जारी की जाये सूची

लखनऊ। भारतीय ब्राह्मण एकता फाउण्डेशन ने कहा कि बिकरू कांड के बाद अपराधियों के साथ एनकाउंटर की अपनायी गयी प्रक्रिया को गैरकानूनी और फर्जी बताते हुये सुप्रीम कोर्ट के जज की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर सम्पूर्ण प्रकरण की जांच करवाकर सच को सामने लाया जाये। फाउण्डेशन की बैठक में इस मांग को उठाते हुये उत्तर प्रदेश में षडयंत्र के तहत ब्राह्मणों की लगातार हो रही हत्याओं को लेकर चिन्ता व्यक्त करने के साथ पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के साथ आर्थिक सहयोग देने की मांग की है।

इससे पहले फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास पाण्डेय की अध्यक्षता में हुयी बैठक में बिकरू कांड में शहीद डिप्टी एसपी देवेन्द्र मिश्रा सहित अन्य लोगों की शहादत पर दो मिनट का मौन रखकर ऋद्धांजलि दी गयी। फाउण्डेशन के अध्यक्ष विकास पाण्डेय ने बैठक में बताया कि हाल के एनकाउंटर में चार स्तम्भों मीडिया, न्यायपालिका, कार्यपालिका व मानवाधिकार में नियम का पालन न करते हुए उसका माखौल बनाया गया और सभी एनकाउण्टर फर्जी तरीके से किये गये।

उन्होंने कहा, सम्पूर्ण प्रदेश में सर्वाधिक ब्राह्मणों की हत्याएं लगातार की जा रही हैं। इस समय षडयंत्र के तहत ब्राह्मण जनप्रतिनिधियों के खिलाफ साजिशन फर्जी तरीके से उन्हें फंसाकर हत्याएं करवायी जा रही हैं। भारतीय ब्राह्मण एकता फाउण्डेशन सरकार से यह मांग करती है कि सभी नेताओं की आपराधिक हिस्ट्री की सूची जारी की जाये तथा बिकरू की घटना की तर्ज पर माफियों के खिलाफ कार्यवाही की जाये।

फाउंडेशन ने प्रयागराज में पांच ब्राह्मणों की हत्या में भी कठोरतम कार्यवाही कर पीड़ित परिवार को न्याय व आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाये की मांग की। इसी की भांति सैकड़ों की संख्या में मारे गये परिवारों की सरकारी सहयोग प्रदान किया जाये। उन्होंने कहा कि यदि सरकार द्वारा जवाबदेही तय नहीं की जाती है तो सम्पूर्ण ब्राह्मण समाज जगह-जगह सरकार को उखाड़ फेकने के लिए जनेऊ तोड़कर श्रापित कर गिरफ्तारी देने का कार्य करेगा।

बैठक में प्रमुख रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास पाण्डेय, राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. जानकी शरण शुक्ल, प्रदेश उपाध्यक्ष आर. के. त्रिपाठी, संगठन सचिव अनुराग शुक्ला, वरिष्ठ समाज सेवी पंकज तिवारी, वरिष्ठ समाज सेवी अंजनी पाण्डेय आदि ने प्रमुख रूप से भाग लेकर आगे की लड़ाई लड़ने का फैसला लिया।

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