गाम्बिया में कफ सिरप से 66 बच्चों की मौत के बाद हरियाणा और हिमाचल में हड़कंप मचा हुआ है। शक के घेरे में आया कफ सिरप सप्लाई करने वाली कंपनी का एक प्लांट हरियाणा के सोनीपत में है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गांबिया देश में सामने आया कि दवा पीने वाले बच्चों के गुर्दों में गहरे घाव बन रहे थे। घाव होने और रक्तस्राव होने से बच्चों के गुर्दे फेल हो रहे थे। बच्चों की मौत गुर्दों के काम नहीं करने से हो रही थी।
छापे के दौरान मिले कंपनी के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। हरियाणा के एक वरिष्ठ सेहत अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच पिछले शनिवार से चल रही है। कंपनी एक छोटे पैमाने की इकाई है और संयुक्त निरीक्षण के दौरान और मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार सभी आवश्यक नमूने और दस्तावेज एकत्र किए गए हैं।जांच में यह भी बताया गया कि गुर्दों पर उक्त प्रभाव कफ सिरप को पीने से ही हो रहा था।
प्रारंभिक जांच में भारत के चार कफ सिरप चार कफ सिरप प्रोमेथाजोन ओरल सोल्यूशन, कोफिक्समेलिन बेबी कफ सिरप, मैकोफ बेबी कफ सिरप और मैगरिप कोल्ड सिरप की पहचान की गई थी।हिमाचल के बद्दी में भी कंपनी की एक यूनिट है। WHO ने सिरप को लेकर अलर्ट जारी किया। जिसके बाद केंद्र और राज्य की स्वास्थ्य टीमों ने सोनीपत में रेड की। जहां से कफ सिरप की सैंपलिंग की गई। बद्दी प्लांट में सिरप बनाने की जांच की गई।