उत्तराखंड (Uttarakhand) के जोशीमठ (Joshimath) में कुदरत ने एक कई प्रहार कर दिए हैं। जमीन में धंसाव के बाद शुरू हुआ मकानों और इमारतों में दरारों का सिलसिला लगातार चल रहा है। जोशीमठ प्रशासन के मुताबिक अब तक 723 घरों और अन्य इमारतों में दरारें पड़ चुकी हैं। सरकार की ओर से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। इसी बीच लोगों ने विरोध करने शुरू कर दिया है। पे
जोशीमठ की स्थिति पर अध्ययन के बाद यहां के होटल मलारी इन को ध्वस्त करने की सिफारिश की थी। प्रशासन की ओर से मंगलवार को इस होटल को तोड़ने का काम शुरू होना था। बुल्डोडर समेत सरकारी अमला मौके पर पहुंचा, लेकिन लोगों विरोध को देखते हुए प्रशासन ने अपने कार्रवाई रोक दी।
- मुख्यमंत्री की सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि जोशीमठ में प्रत्येक परिवार को 1.50 लाख रुपये की तत्काल अंतरिम सहायता राशि दी जाएगी। 2 होटलों के अलावा किसी अन्य भवन को गिराया नहीं जा रहा है। अब तक 723 इमारतों में देखी गई दरारें।
- कर्णप्रयाग के बहुगुणा नगर में जिला प्रशासन ने निरीक्षण किया है। यहां के तहसीलदार सुरेंद्र देव ने बताया कि हमने पहले भी यहां निरीक्षण किया था। 27 भवनों की पहचान की थी और भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और अन्य प्रमुख योजनाओं की सिफारिश की थी। आईआईटी रुड़की की टीम ने यहां दो बार सर्वे किया है। उनकी रिपोर्ट का इंतजार है। असुरक्षित भवनों की पहचान की जाएगी और उन्हें खाली कराया जाएगा। आज की निरीक्षण रिपोर्ट डीएम को भेजी जा रही है। उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- उत्तराखंड एसडीआरएफ के एम मिश्रा ने बताया कि यहां सिविल पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौजूद हैं। होटल बिल्डिंग के मालिक के साथ बातचीत चल रही है। कुछ आपत्तियां व्यक्त की थीं। बातचीत खत्म होने के बाद होटल की बिल्डिंग गिराने की प्रक्रिया शुरू होगी।
- होटल मलारी इन के मालिक टी सिंह राणा और स्थानीय लोगों का होटल के बाहर विरोध प्रदर्शन जारी है। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने बोला है बाजार दर के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। हम चाहते हैं कि वे सही रेट बताएं, लेकिन वे बता नहीं रहे हैं।
- सीएम के सचिव ने बताया कि हमने लोगों से अनुरोध किया कि वे (2 होटलों) को तोड़ने में हमारा समर्थन करें। उत्तर काशी में जो मुआवजा दिया गया है, उसके हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। बद्रीनाथ जैसा मुआवजा यहां नहीं दिया जा सकता। केंद्र सरकार की कई टीमें यहां पहुंच चुकी हैं।
- चमोली के जिलाधिकारी ने बताया कि कर्णप्रयाग के बहुगुणा नगर में दरारें आई हैं। आईआईटी रुड़की की एक टीम क्षेत्र का अध्ययन कर रही है। उनकी रिपोर्ट के अनुसार आगे की आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
- चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने बताया कि 723 इमारतों में दरारें आ चुकी हैं। हम स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ संपर्क में हैं। उनसे कहा है कि यदि नई दरारें दिखाई दें तो वे तत्काल हमें बताएं। 131 परिवारों को राहत केंद्रों में पहुंचाया गया है।
- उत्तराखंड सीएम के सचिव आरएम सुंदरम ने जिला प्रशासन के साथ जोशीमठ की स्थिति को लेकर बैठक की। जिन लोगों के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनके साथ भी बैठक कर बातें जानीं।
- उत्तराखंड सीएम के सचिव ने बताया कि अच्छी बात यह है कि जेपी कंपनी के पास पानी का रिसाव कम हो रहा है। कल शाम यह 250 एलपीएम तक पहुंच गया। 7 जनवरी के बाद कोई नई दरार नहीं देखी गई है। पुरानी दरारें बढ़ी नहीं हैं। 2 इमारतें जो असुरक्षित हैं, उन्हें गिराने की जरूरत है और लोगों से समर्थन करने की अपील है।
- होटल मलारी इन के मालिक ठाकुर सिंह राणा और उनके परिवार वाले मुआवजे की मांग को लेकर होटल के बाहर बैठे हैं। उनका कहना है कि मेरा बेटा फ्रांस में रहता है, मैं कहीं भी जा सकता हूं। लेकिन यहां के लोगों का क्या होगा।