लखनऊ। राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने चिनहट स्थित आश्रयग्रह में भिक्षावृत्ति छोड़ चुके बच्चों के लिए उम्मीद संस्था द्वारा संचालित स्मार्ट क्लास का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विगत चार माह पूर्व राजभवन में आए इन बच्चों से किया मेरा वादा आज पूर्ण हुआ। स्मार्ट क्लास की मदद से शिक्षा देना बहुत ही आसान है क्योंकि इसके माध्यम से बच्चे आसानी से चित्र और वीडियो द्वारा बहुत कुछ सीख पाते हैं। भिक्षावृत्ति के अलावा अगर कहीं कूड़ा बीनते, ढाबों या अन्य स्थानों पर काम करते हुए बच्चे पाये जाते हैं तो उनको भी शिक्षित किया जाना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि भिक्षावृत्ति से जुड़े बच्चों और उनके परिजनों को शिक्षा से जुड़ी तथा अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देने के लिए लखनऊ नगर निगम द्वारा विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से चलाई जा रही स्मार्ट बस सेवा एक सराहनीय पहल है। राज्यपाल ने चिनहट क्षेत्र की महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने तथा उनको व्यवसायिक गतिविधियों से जोड़े जाने को सराहनीय बताया।
महिलाएं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आत्मनिर्भर बन रही हैं तथा अपनी कमाई से अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा-दीक्षा भी दे रही हैं। लखनऊ नगर निगम के नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह ने बताया कि लखनऊ शहर में भिक्षावृत्ति से जुड़े लोगों के पुनर्वास के लिए भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सहयोग से चल रही स्माइल परियोजना का क्रियान्वयन लखनऊ नगर निगम और उम्मीद संस्था द्वारा किया जा रहा है।