ग्लोबल समिट और जी 20 सम्बन्धी कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के लिए अभूत पूर्व अवसर थे। इस अवधि में तैतीस लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले। जी 20 देशों तक उत्तर प्रदेश के विकास की चर्चा हुई। इसके साथ ही सांस्कृतिक स्थलों के विश्व स्तरीय विकास की तरफ भी दुनिया का ध्यान आकृष्ट हुआ। यह सन्योग था कि इसके बाद प्रदेश विधान मंडल का बजट सत्र प्रारम्भ हुआ। संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार बजट सत्र राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू होता है। राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल के अभिभाषण में भी उत्तर प्रदेश के विकास को रेखांकित किया गया। उनका अभिभाषण तथ्यों पर आधारित था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को फाइव ट्रिलियन तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया था। उनकी प्रेरणा से योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के योगदन की घोषणा की थी। योगी का कहना था कि देश की फाइव ट्रिलियन इकोनॉमी में उत्तर प्रदेश का योगदान वन ट्रिलियन होगा। इसी के साथ योगी ने केंद्र की योजनाओं में उत्तर प्रदेश को बढ़त दिलाई। उनकी सरकार अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में सक्रिय है।
व्यवस्था में सकारत्मक बदलाव के चलते यूपी बिजनेस हब बनकर उभरा है। योगी आदित्यनाथ की बिजनेस फ्रेंडली नीतियों के परिणाम स्वरूप अब उद्यम प्रदेश बन रहा है। विगत पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश के प्रति उद्योग जगत की मान्यता बदली है। इसके पहले यहां निवेश में उनका कोई उत्साह नहीँ रहता था। निवेश के लिए आवश्यक सभी तत्वों का यहां अभाव था। इसमें पहला तत्व कानून व्यवस्था का होता है। योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद सबसे पहले इस ओर ही ध्यान दिया था। कहना था कि बेहतर व्यवस्था में ही विकास कार्यों का क्रियान्वयन सम्भव होता है।
जिस प्रदेश में कानून व्यवस्था ठीक नही होती ,उधर उद्योगपति निवेश का जोखिम नही उठाना चाहते। पहले उत्तर प्रदेश की यही दशा थी। इसके बाद व्यापार सुगमता की आवश्यकता होती है। योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से उत्तर प्रदेश में इसका रिकार्ड भी शानदार हो गया। उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य की छवि से निकल कर विकसित हो रहा है। यहां केवल निवेश प्रस्ताव नहीं आ रहे है, बल्कि हजारों करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव जमीन पर भी उतर रहे है।
उत्तर प्रदेश में ढांचागत व अन्य निर्माण के रिकार्ड कायम हुए हैं। इसमें एक्सप्रेस वे और कनेक्टिविटी भी शामिल है। औद्योगिक विकास के लिए इन सुविधाओं का विस्तार अपरिहार्य होता है। इसके साथ ही बिजली की उपलब्धता, कानून व्यवस्था की सुदृढ़ स्थिति, सिंगल विंडो की पारदर्शी व्यवस्था, भूमि बैंक की स्थापना आदि भी आवश्यक होते हैं। योगी आदित्यनाथ ने एक्सप्रेस वे को औद्योगिक विकास और प्रगति से जोड़ दिया है।
उन्होंने एक्सप्रेस वे निर्माण मात्र को ही पर्याप्त नहीं माना। इनकी वास्तविक उपयोगिता औद्योगिक विकास से ही हो सकती है। उत्तर प्रदेश में निवेश के अनुकूल माहौल कायम हुआ है। नेशनल से लेकर ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट का सिलसिला शुरू हुआ। उद्योगपतियों की उत्तर प्रदेश में निवेश के प्रति दिलचस्पी बढ़ी है। यह अनुकूल माहौल के कारण संभव हुआ है। यूपी देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले राज्य के रूप में आगे बढ़ा रहा है।
योगी सरकार ने राज्य में रिकॉर्ड निवेश आकर्षित करने के लिए कई प्रयास किए हैं. ये निवेश विविध क्षेत्रों को कवर करते हैं। राज्य में अच्छा कारोबारी माहौल निवेशकों और स्थानीय युवाओं दोनों के लिए शुभ संकेत है. आनन्दी बेन पटेल ने कहा कि राज्य सरकार ने बिज़नेस रिफार्म एक्शन प्लान के अन्तर्गत छह सौ से अधिक सुधार लागू किए हैं। सिंगल विण्डो पोर्टल निवेश मित्र के माध्यम से उद्यमियों को चार सौ से अधिक ऑनलाइन सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।
निवेशकों के सहायतार्थ एमओयू पर हस्ताक्षर करने की प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन निवेशक प्रबन्धन पोर्टल ‘निवेश सारथी’ विकसित किया गया है। ईज़ ऑफ डूईंग बिज़नेस में उत्तर प्रदेश अचीवर्स श्रेणी में है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने अपना पहला इन्वेस्टर्स समिट माह फरवरी, 2018 में आयोजित किया था। इसमें प्राप्त निवेश के प्रस्तावों को तीन ग्राउण्ड बे्रकिंग सेरेमनी के आयोजन के साथ जमीन पर उतारते हुए लगभग चार लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हो चुका है, अधिकांश इकाइयों में उत्पादन आरम्भ हो चुका है.राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रभावी प्रयासों के परिणामस्वरूप आज उत्तर प्रदेश केन्द्र सरकार द्वारा संचालित अनेक योजनाओं के क्रियान्वयन में देश में अग्रणी स्थान पर है।
गरीबों के लिए आवास बनाने में प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है।प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना में उत्तर प्रदेश का प्रथम स्थान है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अन्तर्गत शहरी पथ विक्रेताओं को कुल ऋण वितरण में प्रदेश को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। प्रदेश में निर्गत जीएसटी0पंजीयन की कुल संख्या देश में सर्वाधिक है।
मनरेगा योजना के अन्तर्गत सर्वाधिक रोजगार सृजित किए गए। राष्ट्रीय जल पुरस्कार में उत्तर प्रदेश को पूरे देश में प्रथम स्थान मिला। उत्तर प्रदेश, देश का सर्वाधिक दुग्ध उत्पादक राज्य है, जिसका देश के सकल दुग्ध उत्पादन में योगदान लगभग सोलह प्रतिशत है। प्रदेश खाद्यान्न, गन्ना, आलू, सब्जियों, फलों व एथेनाॅल के उत्पादन में भी देश में प्रथम स्थान पर है। लखनऊ से गाजीपुर तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा जनपद चित्रकूट से आगरा-लखनऊ एक्सपे्रस-वे बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे चालू हो चुके हैं। गोरखपुर से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तक गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे तथा मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य गतिमान है।
उत्तर प्रदेश डिफेन्स इण्डस्ट्रियल काॅरीडोर के अन्तर्गत अलीगढ़, आगरा, झाँसी, चित्रकूट, कानपुर एवं लखनऊ नोड्स में रक्षा क्षेत्र से जुड़े उद्योगों की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। एकड़ भूमि पर फिल्म सिटी का निर्माण प्रक्रियाधीन है.जिला मुख्यालयों को चार लेन के सम्पर्क मार्गों तथा तहसील व ब्लाॅक मुख्यालय को दो लेन सम्पर्क मार्ग से जोड़ने का कार्य प्रगति पर है। छह वर्ष तक प्रदेश में दो एयरपोर्ट पूर्ण रूप से तथा दो एयरपोर्ट आंशिक रूप से क्रियाशील थे.अब नौ एयरपोर्ट पूर्ण रूप से क्रियाशील हैं।
दस एयरपोर्ट का कार्य चल रहा है। अगले कुछ वर्षों में इक्कीस एयरपोर्ट के साथ प्रदेश, देश में सर्वाधिक एयरपोर्ट वाला राज्य हो जाएगा। नोएडा अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, जेवर को एविएशन इनोवेशन एवं रिसर्च सेन्टर के साथ ही रख-रखाव और ऑपरेशनहब के रूप में विकसित करने एवं अयोध्या अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण पूर्ण करने की दिशा में प्रदेश सरकार अग्रसर है। इनके चालू होते ही उत्तर प्रदेश, देश में सर्वाधिक पांच अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला राज्य बन जाएगा। जिला मुख्यालयों पर चौबीस घण्टे, तहसील मुख्यालयों पर करीब बाईस घण्टे व गाँवों में करीब बीस घण्टे बिजली आपूर्ति की जा रही है।
ऑपरेशन कायाकल्प’ के अन्तर्गत प्रदेश के लगभग बानबे प्रतिशत विद्यालयों को मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं से संतृप्त किया जा चुका है। समस्त छात्र-छात्राओं को निःशुल्क यूनीफाॅर्म, स्वेटर, जूता-मोजा, स्कूल बैग एवं स्टेशनरी उपलब्ध कराने हेतु बारह सौ रुपये प्रति छात्र की दर से धनराशि उनके अभिभावकों के खातों में डीबीटी के माध्यम से अन्तरित की जा रही है।
राज्य सरकार प्रत्येक मण्डल में राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए कृतसंकल्पित है। प्रदेश के तीन नए राज्य विश्वविद्यालयों-राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़, माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय सहारनपुर एवं महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय आजमगढ़ में अध्यापन कार्य वर्तमान सत्र से संचालित किया जा रहा है। एक जनपद एक मेडिकल काॅलेज योजना के अन्तर्गत प्रदेश के कुल पैंतालीस जनपद मेडिकल काॅलेज से आच्छादित किए जा चुके हैं। चौदह जनपदों में मेडिकल काॅलेज निर्माणाधीन हैं।
असेवित सोलह जनपदों में मेडिकल काॅलेजों की स्थापना पीपीपी मॉडल पर की जा रही है, जिसमें से चार जनपदों में शीघ्र ही संचालित हो जाएंगे। विगत पांच वर्षों में बीस सिंचाई परियोजनाओं को पूर्ण करके करीब बाइस लाख हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचन क्षमता सृजित की गई. जल जीवन मिशन में प्रदेश के सवा दो करोड़ से अधिक घरों में गृह नल संयोजन प्रदान कर शुद्ध एवं सतत पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य है .करीब अस्सी लाख परिवारों को नल कनेक्शन उपलब्ध कराए गए. राज्यपाल द्वारा जिन विकास कार्यों और योजनाओं के क्रियान्वयन का उल्लेख किया गया, उन्हें प्रत्यक्ष रूप में देखा जा सकता है.
रिपोर्ट-डॉ दिलीप अग्निहोत्री