लखनऊ। आज लखनऊ विश्वविद्यालय के सांख्यिकी विभाग में “इम्प्लीमेन्टेशन एण्ड इम्पैक्ट ऑफ नेशनल एजूकेशन पालिसी-2020 इन हायर एजूकेशन” विषय में एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसके स्वागत समारोह में मुख्य अतिथि डा सुधीर एम बोबडे मुख्य सचिव, उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन ने नई शिक्षा नीति- 2020 की उपयोगिता तथा उसके विभिन्न आयामों का गुणात्मक एवं संख्यात्मक विश्लेषण करने हेतु प्रतिभागियों को प्रेरित किया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने कार्यक्रम में अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में अवगत कराया कि लखनऊ विश्वविद्यालय में सर्वप्रथम देश में नई शिक्षा नीति- 2020 सत्र 2020-21 में ही लागू कर दी गयी है और सफलतापूर्वक लखनऊ विश्वविद्यालय से सम्बन्धित पांच जनपद यथा लखनऊ, सीतापुर, रायबरेली हरदोई एवं लखीमपुर के समस्त 542 महाविद्यालयों में इस नीति के अन्तर्गत ही स्नातक एवं परास्नातक स्तर पर अध्ययन-अध्यापन कार्य किया जा रहा है।
चेयरपर्सन विज्ञान संकाय अध्यक्ष प्रो ब्रजेन्द्र सिंह ने नई शिक्षा नीति- 2020 में सांख्यिकी विश्लेषणों का उपयोग किये जाने पर अपने विचार प्रस्तुत किये। सेमिनार की संयोजक डा शाम्भवी मिश्रा ने उप्र शासन द्वारा सेन्टर ऑफ एक्सिलेन्स परियोजना के अन्तर्गत उपर्युक्त विषयक अध्ययन पर किये गये सांख्यिकीय विश्लेषण की जानकारी प्रदान की। स्वागत समारोह के अन्त में धन्यवाद प्रस्ताव सांख्यिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो मसूद एच सिददीकी द्वारा प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर कुलसचिव प्रो संजय मेघावी, डीन एकेडमिक प्रो पूनम टण्डन, डीन रिसर्च प्रो राजीव पाण्डेय, विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष एवं अन्य शिक्षकों के साथ साथ देश के विभिन्न राज्यों से 142 शिक्षाविदों ने ऑनलाईन व ऑफलाईन मोड पर प्रतिभाग किया।
लखनऊ विश्वविद्यालय में “मानवाधिकार: समकालीन संवाद” विषय पर कार्यक्रम का आयोजन
स्वागत समारोह के तुरन्त उपरान्त एक पैनल परिचर्चा में दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, गोरखपुर के पूर्व कुलपति प्रो वीके सिंह, बरेली कालेज बरेली के सांख्यिकी विभाग की विभागाध्यक्ष डा शुभ्रा कटारा, शिक्षा शास्त्र विभाग, बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर विवि लखनऊ के डा सुभाष मिश्रा, डा शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ के शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो रजानी रंजन सिंह के साथ साथ स्ववार्डन लीडर तूलिका रानी उप्र (उच्च शिक्षा) जी-20 की ब्रान्ड एम्बेस्डर ने संदर्भित विषय के विभिन्न आयामों की विस्तृत परिचर्चा कर प्रतिभागियों को इस नई शिक्षा नीति-2020 की भविष्य में होने वाली उपलब्धियों से अवगत कराया।
इसके उपरान्त सात तकनीकि सत्रों में देश से प्रतिभाग कर रहे 142 प्रतिभागियों ने सम्बन्धित विषय पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये। कार्यक्रम के समापन समारोह के अध्यक्षीय सम्बोधन में उप्र पुलिस के डीजी (अभियोग) आशुतोष पाण्डेय ने प्रतिभागियों को नई शिक्षा नीति से सम्बन्धित विभिन्न आयामों में शोध कार्य एवं सांख्यिकी विश्लेषण का उपयोग किये जाने हेतु प्रेरित किया।