लखनऊ। कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय प्रोफेसर आलोक कुमार राय एवं अभियांत्रिकीय संकाय के डीन प्रोफेसर एके सिंह के संरक्षण एवं निर्देशन में अभियांत्रिकी संकाय के प्लेसमेंट सेल द्वारा ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एवं एंटरप्रेन्योरशिप’ पर सेमिनार का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। सेमिनार का मुख्य उद्देश्य छात्रों को एआई के क्षेत्र मे हुए नवीनतम रुझानों एवं नवाचारों के बारे में अवगत कराना था।
👉“निराशा के कर्तव्य” पढ़ें विपक्षी नेता
सेमिनार के मुख्य वक्ता अमेरिका की गवर्नमेंट फंडेड, 150 साल पुरानी पर्ड्यू यूनिवर्सिटी के मैनेजमेंट एंड कंप्यूटर साइंस के प्रोफेसर आलोक आर चतुर्वेदी थे। उन्होंने उद्यमिता के क्षेत्र में एआई की भागीदारी पर विशेष ध्यान देने के साथ एआई टेक्नोलॉजी में हो रही नवीनतम प्रगति, एआई शोधकर्ताओं और चिकित्सकों के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों और अवसरों के बारे मे बताया।
👉सावधान! कहीं नंबर बढ़वाने में ठगी का न हो जाए शिकार
एआई के सदुपयोग, नौकरियों पर एआई के प्रभाव और हेल्थकेयर और अन्य उद्योगों को बदलने के लिए एआई की क्षमता जैसे विषयों पर चर्चा की। सेमिनार मे उपस्थित लोगों को नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, मशीन लर्निंग और एआई अनुसंधान के अन्य प्रमुख क्षेत्रों में नवीनतम सफलताओं के बारे में जानने और इसकी क्षमताओं और संभावित अनुप्रयोगों के बारे में जानने का अवसर प्राप्त हुआ।
👉यूपी में बढ़ते कोरोना के बीच सख्ती, भर्ती होने वाले सभी मरीजों की कोविड जांच अनिवार्य
छात्रों को सेमिनार के अंत में एक प्रश्नोत्तर सत्र मे भाग लेने का अवसर दिया गया जहां उन्होंने एआई के भविष्य और मानव जीवन पर इसके प्रभाव के बारे में अपने प्रश्न और संदेह पूछे। सेमिनार में डॉ हिमांशु पांडेय, डॉ अनुपम त्रिपाठी, डॉ सिद्धार्थ सिंह, डॉ शैलेंद्र भास्कर, इंजी. जीशान अली, इंजी. जीतेंद्र सिंह सहित 200 से अधिक शिक्षक गण एवं छात्र उपस्थित रहे।