• यूपी स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी की समन्वय बैठक में लक्ष्य प्राप्ति पर गहन मंथन
उत्तर प्रदेश स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी की समन्वय बैठक अपर परियोजना निदेशक डॉ हीरा लाल (Dr. Heera Lal) की अध्यक्षता में हुई, जिसमें परियोजना की उपलब्धियों पर चर्चा हुई। बैठक में प्रथम 95 के लक्ष्यों की प्राप्ति पर भी विचार किया गया। बैठक मे सोसायटी स्तर के सभी उच्चाधिकारियों, सहयोगी विभागों व पार्टनर एजेंसी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक के दौरान डॉ हीरा लाल के सामने राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के वर्तमान आंकड़े प्रस्तुत किए गए। बताया गया कि नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (नाको) द्वारा उत्तर प्रदेश मे 1.78 लाख एचआईवी संक्रमितों का आंकड़ा दिया गया है।
इसके सापेक्ष सोसाइटी द्वारा 70 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर औसत 77 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति हुई है। हमारा लक्ष्य है कि वर्ष 2025-26 तक प्रत्येक दशा में निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जाए। बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, टीबी सेल और सभी स्टेक होल्डर प्रतिनिधियों से विस्तार से चर्चा की गयी और उनसे कार्यक्रम को उत्कृष्ट बनाने के बारे में आवश्क सुझाव भी लिये गये।
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डॉ हीरा लाल ने कहा, सभी विभाग और स्टेक होल्डर आपसी सहयोग और सामंजस्यपूर्ण तरीके से काम करें तभी हम समय पर उद्देश्यों में सफल हो पाएंगे। लक्ष्यों को नाको द्वारा दी गयी समयावधि से पहले ही पूरा करें। प्रदेश के प्रमुख जनपदों जैसे -लखनऊ और प्रयागराज में प्रथम 95 के लक्ष्य के सापेक्ष वृहद कार्य योजना बनाते हुए काम किए जाने की जरूरत है।
प्रचार प्रसार गतिविधियों को भी बढ़ाया जाए और महाविद्यालयों के युवाओं को कार्यक्रम से जोड़ा जाए। इसके लिए क्षय रोग इकाई के साथ काम कर रहे विश्व स्वास्थ्य संगठन कार्मिकों और अधिकारियों का भी सहयोग लिया जाना चाहिए।
डॉ लाल ने निर्देश दिया कि एचआईवी/टीबी स्टेट टेक्निकल वर्किंग ग्रुप ऑन टीबी को मार्बिडिटी बैठक भी जल्द से जल्द करायी जाए। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा परीक्षण के लिए डुअल किट्स की खरीद प्रक्रिया भी अति शीघ्र पूरी किया जाना आवश्यक है। इसके लिए लगातार फालोअप किया जाए। इसके अलावा एचएमआईएस पोर्टल पर डाटा को भी सुधारे जाने के निर्देश दिए गए हैं।
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बैठक में मुख्य रूप से डॉ अरुण सिंहल, डॉ शुभ्रा मित्तल, डॉ माया बाजपेई, अजय शुक्ला, रमेश श्रीवास्तव, डॉ. शहजाद, डॉ प्रीति सहित लगभग 30 लोग उपस्थित रहे।