दिल्ली-मेरठ के बाद जल्द ही हरियाणा में भी रैपिड रेल (Rapid Rail) दौड़ती नजर आएगी। दिल्ली-गुरुग्राम- शाहजहांपुर- नीमराणा- बहरोड़ अलवर और दिल्ली से पानीपत रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) परियोजना को हरियाणा सरकार ने सोमवार को मंजूरी दे दी है। मंजूरी के बाद अब योजना की फाइल केंद्र सरकार को भेजी जाएगी।
बैठक के दौरान बताया कि 103 किमी लंबे अलायनमेंट के दिल्ली-पानीपत आरआरटीएस कॉरिडोर का 11.5 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड और शेष 91.5 किलोमीटर हिस्सा अंडरग्राउंड होगा। इसमें 2 अंडरग्राउंड, 14 एलिवेटेड और 2 एट ग्रेड स्टेशन होंगे। मुरथल और पानीपत में दो डिपो बनाने की योजना है। दिल्ली में इसकी लंबाई 36.2 किलोमीटर जबकि हरियाणा में 66.8 किलोमीटर होगी।
सोमवार को मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में हुई आरआरटीएस की बैठक के दौरान बताया गया कि दिल्ली-शाहजहांपुर- नीमराणा- बहरोड़ (एसएनबी) और आरआरटीएस कॉरिडोर की लंबाई 107 किलोमीटर लंबी होगी। इसमें 70 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड और शेष 37 किलोमीटर अंडरग्राउंड होगा।
इस पर 6 अंडरग्राउंड, 9 एलिवेटेड और 1 एट-ग्रेड स्टेशन होंगे। रेवाड़ी के धारूहेड़ा में एक डिपो बनाने की योजना है। दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान से गुजरने वाले इस कॉरिडोर की लंबाई क्रमश 23 किलोमीटर, 83 किलोमीटर और किलोमीटर कमी है। प्रस्तावित अलायनमेंट का एलिवेटेड हिस्सा पुरानी दिल्ली-गुरुग्राम, गुरुग्राम में सेक्टर-17 के आरओडब्ल्यू और एसएनबी (राजस्थान सीमा) तक एनएच-40 और 48 के बीच होगा।