सहारनपुर। जिले के देवबंद में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण पर जानलेवा हमले के मामले में नया खुलासा हुआ है। वहीं चार आरोपियों की रिमांड भी मंजूर हो गई है। इनसे पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। आरोपियों की रिमांड मिलने के बाद पुलिस देवबंद में जाकर सीन रीक्रिएट करेगी। वहीं पुलिस का मानना है कि वारदात में अन्य लोग भी शामिल हैं।
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भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पर हुए हमले की घटना में पुलिस ने खुलासा करते हुए चार आरोपी विकास उर्फ विक्की पुत्र प्रीतम, प्रशांत पुत्र विक्रम, लविश पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी रणखंडी, कोतवाली देवबंद और विकास उर्फ विक्की पुत्र शिव कुमार निवासी गौंदर, करनाल को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। पुलिस ने इनके पास से तमंचे बरामद होना बताया है, जबकि चंद्रशेखर का कहना है कि हमलावरों ने पिस्टल से फायरिंग की थी। पत्रकारों के समक्ष पुलिस ने आरोपियों को पेश किया, लेकिन उनकी बातचीत नहीं कराई है। भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन और खुद चंद्रशेखर भी पुलिस के इस खुलासे संतुष्ट नहीं है।
उनका भी कहना है पुलिस की कहानी में झोल है, अचानक किसी को देख कर हमला करने की योजना नहीं बनती।हमले के पीछे किसी का अन्य का हाथ और साजिशकर्ता भी कोई और है।इसी कारण भीम आर्मी ने पुलिस प्रशासन को अपनी महापंचायत स्थगित कर समय दिया है, ताकि वारदात को सही खुलासा हो सके और इस घटना में शामिल अन्य लोगों भी पकड़े जा सके।डीआईजी अजय साहनी ने आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूरी पूछताछ करने की बात कही थी।मामले की जांच सीओ देवबंद रामकरण कर रहे है। आरोपियों के रिमांड पर लेने के बाद पुलिस सीन रीक्रिएट भी करेगी।
इस घटना में पुलिस कई एंगल पर जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस यह भी देख रही है कि चारों आरोपी हमलावर मेरठ भी गए थे। उनके साथ एक युवती भी बताई गई है। पुलिस टोल प्लाजा की फुटेज भी देख रही है। यह भी माना जा रहा है कि घटना में अन्य लोग भी शमिल हो सकते हैं।