लखनऊ केजीएमयू में अब मरीजों को नगद फीस जमा करने की झंझट से मुक्ति मिलेगी। मरीज ऑनलाइन पैसे का भुगतान भी कर सकेंगे। डेविड व क्रेडिट कार्ड से भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इसकी सोमवार से शुरूआत की गई। मोबाइल से पैसे जमा हो सकेंगे। हर बार नया क्यूआर कोड मिलेगा। इससे लेन-देन संबंधी गड़बड़ी रोकने में मदद मिलेगी।
केजीएमयू में 4500 बेड हैं। सभी बेड हमेशा भरे रहते हैं। रोजाना ओपीडी में छह से सात हजार मरीज आ रहे हैं। अभी मरीजों को फीस नगद ही जमा करनी पड़ रही है। लारी समेत दूसरे विभागों में 50 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक फीस जमा करनी होती है। नगद फीस जमा करने में तीमारदारों को खासी असुविधा का सामना करना पड़ रहा था।
उन्होंने बताया कि कुछ ही दिनों में बाकी काउंटर भी इस सुविधा से लैस हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि मरीजों की सहूलियतों के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हर बार नया क्यूआर कोड जनरेट होगा। इससे लेनदेन में गड़बड़ी को रोकने में मदद मिलेगी।
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक मरीजों की दुश्वारियों को दूर करने के लिए अब पेटीएम, गूगल पे के माध्यम से डिजिटल लेनदेन स्वीकार करने के लिए पूरी तरह तैयार है। भुगतान के लिए यूपीआई वॉलेट, सभी डेबिट और क्रेडिट कार्ड मान्य हैं। मुख्य पीआरओ बिल्डिंग, ट्रॉमा सेंटर, क्वीन मेरी, शताब्दी, यूरोलॉजी विभाग, पैथोलॉजी, आरएएलसी जैसे कुछ प्रमुख नकदी संग्रह काउंटरों पर अब डिजिटल भुगतान का विकल्प है।