लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने विधान सभा के सामने पुलिस द्वारा किये गये बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज की निंदा करते हुये कहा कि भाजपा सरकार के पास लाठी गोली के अलावा कुछ भी नहीं है। शिक्षक भर्ती की मांग कर रहे युवक-युवतियों पर ऐसी लाठियां बरसाई गयी कि उनके सिर तक फट गये। उन्हें उपचार के लिए अस्पतालों के आपातकालीन चिक्त्सिा कक्षों में भर्ती होना पड़ा। बेरोजगारों को रोजगार देने का वादा करके सत्ता में आयी सरकार रोजगार मांगने पर लाठियां बरसाई जाती है और प्रदेश के कोने कोने में किसी को भी अपराधी की संज्ञा देकर पुलिस की गोली का शिकार बनाया जाता है।
भर्तियों के नाम पर कापियां बदलकर
डाॅ0 अहमद ने कहा कि उच्च न्यायालय द्वारा शिक्षकों की भर्तियों की जांच सीबीआई द्वारा कराने का आदेश होना वर्तमान सरकार के लिए शर्म की बात है। क्योंकि डेढ वर्ष बीतने के बाद भी प्रदेश के नौनिहालों की शिक्षा व्यवस्था की अनदेखी करने वाली सरकार ने एक तरफ शिक्षामित्रों के सन्दर्भ में माननीय सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दाखिल नहीं की,तो दूसरी ओर शिक्षकों की भर्तियों के नाम पर कापियां तक बदलकर आश्चर्यजनक घोटाले का परिचय दिया हैं। यही कारण है कि उच्च न्यायालय ने सरकार की नियुक्तियों में मनचाही प्रवृत्ति की जांच सीबीआई से कराने का आदेश दिया है।
सरकार की मंशा विभागों में RSS और हिन्दू युवा वाहिनी
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार की मंशा चारो ओर सरकारी विभागों में आरएसएस और हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं की नियुक्तियां करके अपने कार्यकर्ताओं से किये गये वादों को निभाने की है। प्रदेश के नौनिहालों को ऐसे तथ्यों की भर्तियों द्वारा केवल संघीय शिक्षा ही दी जा सकती है और नफरत के बीज बोने का कुचक्र रचा जा सकता है। राष्ट्रीय लोकदल सरकार की ऐसी भावना का पुरजोर विरोध सड़क से संसद तक करेगा।