भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच सेमीकंडक्टर के निर्माण के लिए समझौता हुआ है, जिसकी घोषणा 24 नवंबर को भारत-यूरोपीय संघ व्यापार एवं प्रौद्योगिकी परिषद (टीटीसी) की एक वर्चुअल बैठक में की गई।
👉चीन में फैली यह बीमारी रहस्यमयी क्यों? कैसे ये बीमारी निमोनिया से अलग, जानें
भारत की ओर से बैठक की सह-अध्यक्षता विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने की। ईयू की ओर से कार्यकारी उपाध्यक्ष वाल्डिस डोम्ब्रोव्स्की और उपाध्यक्ष वेरा जौरोवा ने बैठक का प्रतिनिधित्व किया। इस दौरान भारत और ईयू के बीच सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) की घोषणा की गई।
दोनों पक्षों के बीच इस बात पर सहमति बनी है कि भारत और ईयू सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम पर अनुभव साझा करेंगे और विश्वविद्यालयों, संगठनों व उद्योग जगत के बीच सहयोग स्थापित करेंगे। इसके साथ ही दोनों पक्ष सेमीकंडक्टर उद्योग से जुड़ी प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करने में एक दूसरे की सहायता करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा यह एमओयू भारत और ईयू के बीच मजबूत सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला बनाने और नवाचार पर एक साथ काम करने की मजबूत प्रतिबद्धता का प्रतीक है। वर्चुअल बैठक के दौरान, सह-अध्यक्षों ने पहली मंत्रिस्तरीय बैठक के बाद से कार्य समूहों में हासिल की गई प्रगति की समीक्षा की और इन कार्य समूहों की भविष्य की कार्य योजनाओं पर भी चर्चा की।
सह-अध्यक्षों ने कार्य समूहों में अब तक प्राप्त प्रगति पर संतोष व्यक्त किया, जिसमें सेमीकंडक्टर, हाई परफार्मेंस कंप्यूटिंग, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे कई क्षेत्र शामिल हैं। दोनों पक्ष टीटीसी की अगली बैठक अगले साल भारत-ईयू समिट के साथ भारत में आयोजित करने पर सहमत हुए।
टीटीसी का गठन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन द्वारा अप्रैल 2022 में किया गया था, जिसकी पहली मंत्रिस्तरीय बैठक 16 मई 2023 को ब्रुसेल्स में हुई थी।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी