लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता Surendranath सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि नाथ सम्प्रदाय के ऐतिहासिक मठ के महंत और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा यह कहना कि बजरंगबली दलित थे, स्वयं में हास्यास्पद होने के साथ साथ एक संत द्वारा ऐसा कहना अज्ञानता का द्योतक है क्योंकि संत महंत का तात्पर्य एक विशेष पुजारी व्यक्तित्व से होता है। ईश्वर में समस्त प्राणि मात्र की आस्था होती है और मानव जीवन का ऐतिहासिक सत्य है कि जिसमें आस्था होती है उसके जाति और धर्म से आस्था रखने वाले का कोई मतलब नहीं होता।
Surendranath : भाजपा की आस्था जाति व्यवस्था में समाहित
श्री त्रिवेदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी धर्म और जाति के आधार पर सम्पूर्ण समाज का बटवारा करके शासन सत्ता पर काबिज हो पायी है। 2019 की लोकसभा की तैयारी में जातीय सम्मेलनों में भारतीय जनता पार्टी पूर्णरूप से व्यस्त है। ऐसा लगता है कि भगवान श्रीराम में आस्था समाप्त होकर भाजपा की आस्था जाति व्यवस्था में समाहित हो गयी है।
सुरेन्द्रनाथ : भाजपा के लिए न्यायालय की कोई गरिमा नहीं
यद्यपि राजनैतिक दलों द्वारा जातीय सम्मेलनों पर माननीय उच्च न्यायालय का स्थगन आदेश प्रभावी है परन्तु भाजपा के लिए न्यायालय अथवा संविधान की कोई गरिमा नहीं है। योगी जी के द्वारा भगवान को भी बटवारे के दायरे में लाना निंदनीय होने के साथ साथ यह भी सिद्व करता है कि उन्हें यह भी नहीं मालूम है कि हनुमान जी शंकर जी 11वें रूद्रावतार हैं। ब्रहमा, विष्णु, महेश सम्पूर्ण प्रकृति के सर्वश्रेष्ठ और सर्वमान्य त्रिदेव कहे जाते है और योगी जी शंकर जी के रूद्रावतार हनुमान जी की जाति बताकर करोड़ों शिवभक्तों और बजरंगबली के भक्तों का अपमान किया है।
रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि ईश्वर की दृष्टि में समस्त जन मानस उसका अंश होता है और धर्म, जाति, सम्पद्राय कुछ भी महत्व नहीं रखती है। ईश्वर समस्त प्राणि मात्र को पुत्रवत पालता है। भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री को चाहिए कि अब जाति धर्म आदि के आधार पर समाज का बटवारा बंद कर दें क्योंकि ईश्वर की जाति बताकर उन्होंने अपनी मानसिकता का परिचय देश को दे दिया है।
यह देश महात्मा गांधी, सरदार बल्लभ भाई पटेल, चौ0 चरण सिंह, डाॅ0 राममनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायन के विचारों एवं उनके सिद्धांतों से ही चलेगा। भारतीय जनता पार्टी ने झूठ बोलकर और विभिन्न प्रकार का लालच देकर इस देश की जनता को गुमराह किया था, जिसे जनता ने भलीभांति समझ लिया है।