Breaking News

फलस्तीनी विदेश मंत्री से मिले जयशंकर, गाजा के हालात पर दोनों नेताओं के बीच चर्चा

विदेश मंत्री एस जयशंकर म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेने के लिए जर्मनी में हैं। इस बीच रविवार को उनकी मुलाकात अपने फलस्तीनी समकक्ष रियाद अल मलिकी से हुई। दोनों नेताओं ने युद्धग्रस्त गाजा की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की और अपने विचारों का आदान-प्रदान किया।

गाजा के हालात पर जयशंकर-मलिकी ने की चर्चा
जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘फलस्तीनी विदेश मंत्री रियाद अल-मलिकी को देखकर अच्छा लगा। हमने गाजा की मौजूदा स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया।’ भारत बीते कई दशकों से फलस्तीन मुद्दे के दो-राष्ट्र समाधान पर जोर दे रहा है। इससे पहले शनिवार को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के संवाद सत्र के दौरान उन्होंने कहा था कि कई देश अब न केवल फलस्तीन मुद्दे के दो-राष्ट्र समाधान का समर्थन कर रहे हैं। बल्कि, पहले से भी ज्यादा जरूरी मान रहे हैं।

मानवीय कानून का पालन करना इस्राइल का दायित्व: जयशंकर
उन्होंने सात अक्तूबर को इस्राइली शहरों पर किए गए हमास के हमलों को आतंकवाद बताया था। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करना इस्राइल का दायित्व है। उन्होंने कहा था कि इस्राइल को नागरिकों के हताहत होने को लेकर बहुत सावधान रहना चाहिए। सत्र के दौरान उनके साथ मंच पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और जर्मनी की विदेश मंत्री अन्नालेना बेयरबॉक भी मौजूद थे।

पिछले साल सात अक्तूबर को शुरू हुआ युद्ध
बीते साल अक्तूबर माह में हमास के हमलों के बाद से इस्राइल की ओर जवाबी सैन्य कार्रवाई जारी है। हमास के हमलों में करीब 1,200 इस्राइली नागरिक मारे गए थे। जबकि 220 से ज्यादा लोगों का अपहरण कर लिया गया था। जिनमें से कुछ को अल्प संघर्ष विराम के दौरान रिहा किया गया। वहीं, हमास संचालित गाजा के अधिकारियों के मुताबिक, इस्राइल के हमलों में अब तक गाजा के 25,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। भारत फलस्तीन मुद्दे का दो-राष्ट्र समाधान और तनाव को कम करने के लिए सीधी बातचीत को बहाल करने की दिशा में माहौल बनाने का आग्रह करता रहा है। भारत ने हमास के आतंकी हमलों की कड़ी निंदा की थी।

गुटनिरपेक्ष आंदोलन शिखर सम्मेलन में भी मिले थे दोनों नेता
इससे पहले जयशंकर और मलिकी की मुलाकात पिछले महीने 20 जनवरी को हुई थी। दोनों नेता युगांडा में 19वें गुटनिरपेक्ष आंदोलन शिखर सम्मेलन के अंतिम दिन मिले थे। इस दौरान भी दोनों नेताओं ने गाजा युद्ध के मानवीय और राजनीतिक पहलुओं पर चर्चा की थी और दोनों आपस में संपर्क बनाए रखने पर सहमत हुए थे।

About News Desk (P)

Check Also

उप-प्रधानमंत्री डार अगले सप्ताह जाएंगे चीन; सऊदी अरब के प्रिंस सलमान ने टाली पाकिस्तान की यात्रा

सऊदी अरब के प्रिंस वली अहद मोहम्मद बिन सलमान अब पाकिस्तान नहीं आ रहे हैं। ...