जयपुर. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2007 के अजमेर बम विस्फोट मामले में आज एक विशेष अदालत के समक्ष ‘क्लोजर रिपोर्ट’ दाखिल कर साध्वी प्रज्ञा और आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार को क्लीन चिट दी है। जांच एजेंसी ने कहा कि उनके पास इंद्रेश कुमार,साध्वी प्रज्ञा,राजेंद्र और रमेश उर्फ प्रिंस के खिलाफ कोई भी पुख्ता सबूत नहीं हैं।
इस सम्बन्ध में सरकारी वकील अश्विनी शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि अदालत 17 अप्रैल को इस बारे में फैसला करेगी कि वो एनआईए की रिपोर्ट स्वीकार करेगी या नहीं।
ज्ञातव्य हो कि 11 अक्तूबर 2007 को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर हुए विस्फोट में तीन श्रद्धालु मारे गए थे जबकि 15 अन्य घायल हो गए थे। सूत्र के मुताबिक अबतक इस मामले में करीब 149 गवाहों से पूछताछ के साथ ही 451 दस्तावेजों की छानबीन की गई है। बीते 22 मार्च को अदालत ने भवेश पटेल और देवेंद्र गुप्ता को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। अदालत ने भवेश पटेल, देवेंद्र गुप्ता और सुनील जोशी को आठ मार्च को दोषी ठहराया था जबकि स्वामी असीमानंद समेत अन्य लोगों को बरी कर दिया था। तीसरे आरोपी जोशी की मुकदमे के दौरान ही मौत हो चुकी थी। इसके साथ ही अदालत ने एनआईए महानिदेशक को फरार चल रहे सुरेश नायर, रामचंद्र कालसांगरा और संदीप डांगे को अबतक गिरफ्तार करने में नाकाम रहने पर नाराजगी जाहिर करते हुए तीनो को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश भी दिए।