अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने हाल ही में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए आधिकारिक उम्मीदवारी हासिल कर ली। वहीं, उन्होंने टिम वाल्ज को अपना रनिंग मेट यानी उपराष्ट्रपति पद का प्रत्याशी चुना है। वह पांच नवंबर को होने वाले चुनाव में अपना समर्थन जुटाने के लिए लगातार रैलियां कर रही हैं। इसी क्रम में उन्होंने डेट्रायट में एक रैली की, जहां उनके भाषण के दौरान फलस्तीनी समर्थक हंगामा करने लगे। इस पर हैरिस ने प्रदर्शनकारियों से चुप होने को कहा। उन्होंने कहा, हर किसी की बात मायने रखती है, लेकिन अब मैं बोल रही हूं।
रैली में शामिल प्रदर्शनकारी बार-बार चिल्ला रहे थे कि कमला, कमला तुम छिप नहीं सकती, हम नरसंहार के लिए वोट नहीं देंगे। हालांकि, डेट्रॉयट में भीड़ ने कमला-कमला के नारे लगाकर प्रदर्शनकारियों का विरोध किया और उनकी आवाज दबा दी।
हम लोकतंत्र में विश्वास करते हैं…
वहीं, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा, ‘मैं यहां हूं क्योंकि हम लोकतंत्र में विश्वास करते हैं। हर किसी की आवाज मायने रखती है, लेकिन मैं अब बोल रही हूं।’ जब भारतवंशी नेता के इतना कहने पर भी प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए तो उन्होंने कहा, ‘आप जानते हैं क्या, अगर आप डोनाल्ड ट्रंप को जीताना चाहते हैं तो बता दें। अन्यथा, मैं बोल रही हूं।’
‘हमास एक क्रूर आतंकी संगठन’
इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पिछले महीने व्हाइट हाउस का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ गाजा में चल रहे युद्ध पर चर्चा की थी। बैठक के बाद कमला हैरिस ने कहा था, ‘मैंने यह कई बार कहा है, लेकिन इसे दोहराना जरूरी है। इस्राइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है, लेकिन वह ये कैसे करता है, यह मायने रखता है।’