बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के पतन के कुछ ही दिन बाद मुख्य न्यायाधीश ओबैदुल हसन ने पद से इस्तीफा दे दिया था। अब शीर्ष जज सैयद रेफत अहमद को मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। शुक्रवार को हसन और अन्य पांच जजों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि बांग्लादेश में 1971 में देश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के लिए तय किए आरक्षण के खिलाफ जुलाई में विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे। धीरे-धीरे ये विरोध प्रदर्शन पूरे देश में फैल गए और छात्रों द्वारा प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग की जाने लगी। ये विरोध प्रदर्शन इतने हिंसक हो गए कि पांच अगस्त को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा। ओबैदुल हसन ने अपना इस्तीफा तब दिया, जब प्रदर्शनकारी सुप्रीम कोर्ट के परिसर में जमा हुए। प्रदर्शनकारियों ने उन्हें और अन्य न्यायाधीशों को दोपहर एक बजे तक अपना इस्तीफा सौंपने को कहा।
राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ
स्थानीय मीडिया के अनुसार, सैयद रेफत अहमद ने दोपहर करीब 12.45 बजे राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास के दरबार हॉल में एक समारोह के दौरान नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लीं। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने अहमद को मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का संचालन कैबिनेट सचिव महबूब हुसैन ने किया। इस समारोह में अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस भी शामिल हुए। बता दें कि मोहम्मद यूनुस ने गुरुवार को अंतरिम सरकार के प्रमुख के तौर पर शपथ ली। अंतरिम सरकार की देखरेख में ही अगले कुछ महीनों में चुनाव कराए जाने की बात कही गई है।