लखनऊ। आज नवयुग कन्या महाविद्यालय के उद्योग अकादमिक एकीकरण एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ एवं स्वदेशी जागरण मंच लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में स्वावलंबी भारत अभियान के अंतर्गत उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसका विषय “आज के युवा हेतु स्वरोजगार एवं रोजगार सृजन” था।
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इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में विजय गुलाटी (महानगर संयोजक स्वादेशी जागरण मंच), अनुपम श्रीवस्तव (क्षेत्रिय संयोजक स्वदेशी जागरण मंच), स्निग्धा (उद्यमी), प्रज्ञा त्रिपाठी (एम्प्लॉयमेंट आफिसर, लखनऊ) मनीष पाठक (अधिकारी, बैंक ऑफ इंडिया) एवं अजीत कुमार (उद्यमी, मधुमक्खी पालन) उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ।
तत्पश्चात महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफ़ेसर मंजुला उपाध्याय द्वारा अतिथियों का स्वागत पौध भेंट करके किया गया। कार्यक्रम के प्रथम वक्ता विजय गुलाटी ने छात्राओं को आईटीसी का उदाहरण देते हुए स्वदेशी अपनाने एवं स्वरोजगार हेतु प्रेरित किया। अजित कुमार ने छात्राओं को मधुमक्खी पालन के विषय में जानकारी देते हुए आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन की जानकारी दी।
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उन्होंने बताया कि मधुमक्खियों के आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन का कार्य भारत में सर्वप्रथम उनके द्वारा शुरू किया गया। उन्होंने अपने उद्यम के विषय में विस्तृत जानकारी भी साझा की। मनीष पाठक (अधिकारी बैंक ऑफ इंडिया) ने स्वरोजगार पर ज़ोर देते हुए छात्राओं को नौकरी देने वाला बनने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने बताया की सबसे पहले अपने आपको पहचानना ज़रूरी है की हम क्या कर सकते हैं। उन्होंने स्वरोजगार हेतु उपलब्ध लोन के विषय में भी जनकारी दी। उन्होंने छात्राओं को विभिन्न पुस्तकों के माध्यम से अपना ज्ञान वर्धन करने पर ज़ोर दिया।
उन्होंने विभिन्न बीमा योजनाओं एवं एमएसएमवाई योजना के विषय में जानकारी देते हुए क्रेडिट कार्ड को सावधानी पूर्वक प्रयोग करने के लिए कहा। सोलर सेल सब्सिडी एवं प्रधानमंत्री मुद्रा योजना पर भी चर्चा की। उन्होंने छात्राओं को बैंक की सहायता से अपना उद्यम शुरू करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्राओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर विस्तार से दिया।
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प्रज्ञा त्रिपाठी (जिला रोजगार) अधिकारी ने अपने विभाग एवं उसके कार्यप्रणाली की जानकारी दी। उन्होंने छात्राओं को सेवायोजन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने के लिए प्रेरित किया तथा स्वरोजगार के महत्व को बताते हुए स्वदेशी अपनाने एवं स्टार्ट अप शुरू करने पर बल दिया। अनुपम श्रीवास्तव ने छात्राओं से संवाद करते हुए लघु कथाओं के माध्यम से शिक्षा प्राप्त करने के दौरान ही आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने के महत्व को बताया। उन्होंने कहा की अपने शौक को ही अपना व्यवसाय बनाना चाहिए।
उन्होंने छात्राओं को थिंक न्यू थिंक बिग थिंक ऑउट ऑफ बॉक्स तथा नेशन फर्स्ट स्वदेशी मस्ट का मंत्र दिया। उन्होंने श्रीधर वैंबू का उदाहरण देते हुए जॉब प्रोवाइडर बनने के लिए प्रेरित किया। स्निग्धा ने महिला सशक्तिकरण पर चर्चा करते हुए महिला सुरक्षा तथा सरकारी योजनाओं की जानकारी होने के महत्व को बताया। उन्होंने पिन शक्ति ऐप के विषय में भी छात्राओं को जानकारी दी तथा स्टार्ट अप के महत्व पर चर्चा की। उन्होंने छात्राओं को इनक्यूबेशन सेंटर एवं रेवेन्यू मॉडल के विषय में बताया।
प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय ने छात्राओं को वक्ताओं द्वारा दी गई जानकारियों का लाभ उठाते हुए छात्राओं को आत्म निर्भर बनने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने छात्राओं को स्वदेशी वस्तुओं एवं सेवाओं को अपनाने का संदेश दिया। कार्यक्रम के अंत में आत्म निर्भर भारत विषय पर महाविद्यालय के बीएड विभाग एवं एनएसएस द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई संभाषण प्रतियोगिता एवं एनसीसी द्वारा आयोजित संवाद प्रतियोगिता की विजेता एवं प्रतिभागी छात्राओं तथा शिक्षा ग्रहण करने के साथ ही स्व अर्जन करने वाली छात्राओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। कार्यक्रम में महाविद्यालय के उद्योग अकादमिक एकीकरण एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ से प्रो शर्मिता नंदी, प्रो संगीता कोतवाल, डॉ अनुरीमा बनर्जी, चंदन मौर्या, नेहा पांडेय एवं दीक्षा तथा महाविद्यालय की समस्त सम्मानित प्रवक्ताएं उपस्थित रहीं। इस कार्यक्रम में सभी संकाय की छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।