बिधूना/औरैया। लोक कल्याण के लिए कस्बा के सुप्रसिद्ध वनखण्डेश्वर मंदिर परिसर में आयोजित होने वाले 108 कुंडीय मृत्युंजय मां पीतांबरा महायज्ञ के लिए सोमवार को नगर में धूमधाम से कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में हजारों की संख्या में महिला व पुरुषों ने भाग लिया। जिसके बाद पंचाग पूजन एवं मण्डप प्रवेश किया गया। कस्बा में मां राजराजेश्वरी का एतिहासिक महामहोत्सव आयोजित हो रहा है।
सोमवार को यज्ञ स्थल वनखण्डेश्वर महादेव मंदिर से हवन पूजन के बाद करीब 11:30 बजे डीजे, बैंड-बाजा व विभिन्न झांकियों के साथ कलश यात्रा शुरू हुई। जो सबसे पहले नदी तिराहे पर पहुंची, जिसके बाद मुख्य बाजार से फीडर रोड़ होते हुए कस्बा के मुख्य भगतसिंह चौराहे पर पहुंची। जहां से बाईपास होते हुए पुनः वनखण्डेश्वर महादेव परिसर में स्थित यज्ञ स्थल के पास करीब 3 घंटे बाद 2:30 बजे पहुंची। यज्ञ स्थल पर मौजूद विद्वान पंडितों द्वारा पंचाग पूजन के साथ यज्ञ मण्डप प्रवेश किया गया। जिसके साथ कलशयात्रा का समापन हुआ।
नगर पंचायत अध्यक्ष ने किया स्वागत –
कलश यात्रा का नगर पंचायत बिधूना के चेयरमैन आदर्श कुमार मिश्र के आवास के सामने पहुंचने पर चेयरमैन ने अपने साथियों व सहयोगियों की मदद से यात्रा में शामिल महिलाओं व पुरुषों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। इसके अलावा सभी को बिस्कुट के पैकेट व पानी का वितरण किया गया।
इस मौके पर शिवम् मिश्रा, हरी चौबे, सत्यम त्रिवेदी, राजू तिवारी, लालजी मिश्रा, राहुल तिवारी, शिवेंद्र भदौरिया आदि सहयोगी मौजूद रहे। वहीं चौराहे पर पैट्रोल पंप के पास लोगों ने जेसीबी खड़ी कर उससे कलश यात्रा में शामिल महिलाओं व पुरुषों पर पुष्प वर्षा की।
यात्रा दौरान कस्बा में रही जाम की स्थित –
कलश यात्रा के दौरान उसमें शामिल होने के लिए आयी महिलाओं व पुरुषों की भारी भीड़ के चलते जगह जगह जाम की स्थित बन गयी। वाहन से निकलने वाले लोगों ने कलश यात्रा में भारी भीड़ देख अपने अपने वाहन पहले से ही सड़क किनारे या इधर उधर लगा लिए। फिर भी मुख्य भगतसिंह चौराहे से लेकर कस्बा के प्रत्येक तिराहे पर जाम देखने को मिला। जिसमें वाहनों के साथ स्कूली बच्चे काफी देर तक फंसे रहे।
रामकथा के साथ होंगे प्रवचन –
यज्ञ के दौरान 04 से 12 नवम्बर तक शाम 07 बजे से रात 10 बजे तक नित्य कथा एवं प्रवचन होंगे। जिसमें रामकथा चित्रकूट मध्यप्रदेश से पधारे जगद्गुरु रामस्वरूप आचार्य जी के द्वारा कही जाएगी। लखीमपुर खीरी के संत रामदास महाराज के सानिध्य में कस्बा के पौराणिक वनखण्डेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित 108 कुंडीय मृत्युंजय मां पीताम्बरा महायज्ञ के सफल आयोजन हेतु पिछले चार माह से तैयारियां चल रही थीं।
👉 आगरा में वायु सेना का मिग-29 दुर्घटनाग्रस्त, पायलट और को-पायलट ने कूदकर बचाई जान
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मां राजराजेश्वरी के भक्तों के प्रयास का बड़ा योगदान है। महायज्ञ को भव्य एवं दिव्य बनाने के साथ इसके सफल आयोजन हेतु क्षेत्र में लगातार पिछले एक माह से मां पीतांबरा के भक्तों व सनातन धर्मावलंबियों को आमंत्रण दिया जा रहा था। यज्ञशाला स्थल के परिक्रमा हेतु मार्ग निर्माण के साथ सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकीं हैं।
संत रामदास बोले –
लोक कल्याण के लिए आयोजित होने वाले महायज्ञ पर चर्चा करते हुए संत रामदास जी महाराज ने कहा कि जब कहीं पर यज्ञ होता है तो वहां का वातावरण शुद्ध हो जाता है और जिन आराध्यों का आवाहन किया जाता है वह सुख, शांति और समृद्धि के लिए सभी को आशीर्वाद देते हैं। उन्होंने भक्तों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि मां पीतांबरा की कृपा है जो आपको इतने भव्य आयोजन में सहभागिता करने का अवसर मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि किसी भी आयोजन का एक लक्ष्य हुआ करता है और लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी की सकारात्मक भूमिका के साथ उनका अपेक्षित सहयोग ही आवश्यक होता है। कोई भी धार्मिक आयोजन हमेशा सनातन धर्मावलंबियों की आस्था से जुड़ा होना चाहिए और इस आयोजन से समाज में एक संदेश भी जाना चाहिए कि सनातन धर्म के अनुयायियों ने इस तरह का आयोजन किया है जो लंबे समय तक मिसाल बनकर रहे।
रिपोर्ट – संदीप राठौर चुनमुन