अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पनामा नहर पर कब्जे की धमकी का असर नजर आने लगा है। पनामा ने पनामा नहर से गुजरने वाले अमेरिकी सरकारी जहाजों के लिए शुल्क समाप्त करने पर सहमति जताई है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो के पनामा का दौरा करने के बाद यह बयान सामने आया है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि अब बिना किसी शुल्क के पनामा नहर से गुजर सकते हैं। इससे अमेरिकी सरकार को हर साल लाखों डॉलर की बचत होगी।
ट्रंप ने कही थी कब्जा करने की बात
गौरतलब है कि अमेरिका के समुद्री व्यापार का बड़ा हिस्सा पनामा नहर के जरिए होता है। डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से ही पनामा नहर पर कब्जे की बात कर रहे हैं। ट्रंप ने आरोप लगाया कि चीन, पर्दे के पीछे से पनामा नहर का संचालन कर रहा है। ट्रंप ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद अपने संबोधन में भी ये बात दोहराई थी। उन्होंने कहा कि ‘पनामा नहर हमने पनामा को उपहार में दी थी, लेकिन अब इसका संचालन चीन कर रहा है। हमने इसे चीन को नहीं दिया था और अब हम इसे वापस लेंगे।
विदेश मंत्री ने चीन का प्रभाव कम करने के लिए कहा
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने बीते रविवार को पनामा का दौरा किया था। उन्होंने पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो से कहा था कि पनामा को पनामा नहर क्षेत्र पर चीन के बढ़ते प्रभाव को कम करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो ट्रंप प्रशासन आवश्यक कदम उठाने को तैयार होगा। नहर की मौजूदा स्थिति को स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसमें तत्काल परिवर्तन नहीं किया गया तो अमेरिका को समझौते के तहत अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने प्रशासक रिकोर्टे वास्केज के साथ नहर का दौरा भी किया था।