केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार को राज्यसभा में बजट बहस पर जवाब दिया। वित्त मंत्री ने कहा, “मैं इस तथ्य को रेखांकित करना चाहती हूं कि यह बजट बहुत कठिन समय में बनाया गया है। चुनौतियां, विशेष रूप से बाहरी चुनौतियां बहुत गंभीर हैं, जिनमें से अधिकांश किसी भी अनुमान या पूर्वानुमान से परे हैं। ऐसे कोई मॉडल नहीं हैं जिन्हें आप बना सकें और समझ सकें कि रुझान कैसे होंगे क्योंकि वे बहुत गतिशील हैं। इसके बावजूद, हमने भारत के हितों को सर्वोच्च रखते हुए, आकलन को यथासंभव करीब रखने की कोशिश की है। बाजार में बड़ी अनिश्चितता अब भी बनी हुई है और कई भारतीय आयात जो हमारी अर्थव्यवस्था के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, वे अब भी अनिश्चित स्थिति में हैं।”
राज्यसभा में बोलते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने कोविड संकट को संभाला और भारत दुनिया की शीर्ष 5 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया, जबकि इससे पहले वैश्विक वित्तीय संकट के बाद हम पांच नाजुक अर्थव्यवस्थाओं में एक थे।