नई दिल्ली। संसद (Parliament) में बजट सत्र (Budget Session) का दूसरा चरण प्रारंभ हो गया है। यह सत्र 4 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान सरकार कई अहम बिल (Many Important Bills) पेश करेगी। सोमवार को सत्र शुरू होते ही सत्ता पक्ष और विपक्ष (Ruling Party andOpposition) में कई मुद्दों को लेकर जबरजस्त टकराहट और गर्मागरम बहस (Ierce Clash and Heated Debate) देखने को मिली। लोकसभा (Lok Sabha) में नेता विपक्ष राहुल गांधी (Leader Opposition Rahul Gandhi) ने वोटर लिस्ट (Voter List) पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूरे देश में वोटर लिस्ट पर सवाल उठ रहे हैं। पूरा विपक्ष चाहता है कि वोटर लिस्ट पर सदन में चर्चा हो।
लोकसभा में वोटर लिस्ट का मुद्दा उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हम स्वीकार करते हैं कि सरकार मतदाता सूची नहीं बनाती है, लेकिन हम इस मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे देश में वोटर लिस्ट पर सवाल उठाए जा रहे हैं। महाराष्ट्र समेत देश के सभी राज्यों में विपक्ष ने सवाल उठाए हैं।
राज्यसभा में भी वोटर लिस्ट को लेकर विपक्ष ने आवाज उठाई। सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि चुनाव आयोग सरकार के हाथ में है। अगर लोकतंत्र ऐसे ही चलता रहा और चुनाव आयोग सरकार के लिए पैरवी करता रहा तो जो नतीजे आएंगे वो आपके सामने हैं। सिब्बल ने कहा कि अगर यही व्यवस्था जारी रही तो ये लोकतंत्र नहीं बल्कि दिखावा है। हमें कई सालों से शक है। जमीन पर क्या होता है ये सबको पता है लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है।
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इसी तरह तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत रॉय ने इस मुद्दे पर कहा कि वोटर लिस्ट में कुछ खामियां हैं। टीएमसी का एक प्रतिनिधिमंडल वोटर लिस्ट पर चिंताओं को उठाने के लिए नवनियुक्त मुख्य चुनाव आयुक्त से मिल रहा है। सौगत रॉय ने अगले वर्ष होने वाले पश्चिम बंगाल और असम विधानसभा चुनावों से पहले वोटर लिस्ट में व्यापक संशोधन की मांग की।
टीएमसी सांसद ने वोटर लिस्ट में गंभीर खामियों का दावा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की गई थी। हरियाणा में भी इस बात की ओर ध्यान दिलाया गया। सौगत रॉय ने कहा कि अब वे पश्चिम बंगाल और असम में भी घुसने की कोशिश कर रहे हैं। सौगत रॉय ने वोटर लिस्ट में व्यापक संशोधन की मांग करते हुए कहा कि वोटर लिस्ट में गलतियां क्यों और कैसे हुईं? चुनाव आयोग को देश को जवाब देना चाहिए।