मध्यप्रदेश के इंदौर में एक शख्स ने खुद की जान खतरे में डालकर सांप की जान बचाई। इस शख्स का नाम शेरसिंह गिन्नारे है जो आयकर विभाग के एक अफसर है। इन्होंने सांप की जान बचाने के लिए उसके मुंह में स्ट्रॉ डालकर खुद दूसरे सिरे से स्ट्रॉ के जरिए अपने मुंह में पानी भरकर सांप को दिया और फिर उल्टी कराकर उसकी जान बचा ली।
घटना शनिवार की है। इंदौर के झलारिया गांव के बिरला स्कूल में लोगों ने एक सांप को देखा। घबराए हुए कर्मचारियों ने डर की वजह से सांप पर कीटनाशक (कीटों का मारने वाला जहर) फेंक दिया। कीटनाशक के प्रभाव से सांप बेहोश हो गया और वहीं सुस्त पड़ गया। बाद में गांव वालों को पता चला कि जिस सांप पर उन्होंने कीटनाशक डाला है वो जहरीला नहीं है। जो सांप स्कूल में पाया गया था वो घोड़ा पछाड़ मूल का था जो लगभग 100 की स्पीड से रेंग सकता है और इसमें जहर नहीं पाया जाता है।
सांप के बेहोश होने के बाद वहां के लोगों को सोशल मीडिया के जरिए पता चला कि आयकर विभाग के अफसर शेर सिंह गिन्नारे सांप पकड़ने में माहिर हैं। गांव वालों ने तुरंत आयकर अधिकारी से संपर्क किया जिसके बाद वो स्कूल पहुंचे। शेर सिंह गिन्नारे ने स्कूल पहुंचकर तुरंत सांप का इलाज शुरू किया और सांप की जान बचा ली। गिन्नारे ने कोल्डड्रिंक पीने वाले स्ट्रॉ की मदद से खुद के मुंह में पानी रखकर स्ट्रॉ के दूसरे सिरे से सांप के मुंह में पानी छोड़ा और धीरे-धीरे दबाव बनाने लगे। दबाव में सांप ने उल्टियां कर दी, जिससे जहरीला कीटनाशक बाहर निकल गया और सांप की जान बच गई। सांप के थोड़े से ठीक होने के बाद शेर सिंह गिन्नारे उसे जंगल में छोड़ आए। गिन्नारे के इस कारनामे को देख वहां खड़ा हर कोई हैरान रह गया।
शेर सिंह के मुताबिक, वह पहले भी कई सांपों को बचा चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सभी सांप जहरीले नहीं होते। लेकिन लोग इस बारे में समझ नहीं पाते और हर सांप को मारने लग जाते हैं। इंदौर में जिस सांप को बचाया, उसके बारे में उन्होंने कहा, ‘वह रैट स्नेक यानी चूहे खाने वाला सांप था। वह जहरीला नहीं होता। लेकिन यदि उसे नुकसान पहुंचाया जाए तो वह काट सकता है। चूंकि यह बहुत तेजी से चलता है इसलिए लोग इससे डर जाते हैं।’