बालाकोट में हिंदुस्तान की तरफ से की गई एयर स्ट्राइक की दहशत से पाक अब तक नहीं उबर पाया है। यही कारण है कि पाक ने दक्षिण क्षेत्र में मार्च के बाद से भारतीय विमानों के लिए अब तक केवल दो एयरस्पेस ही खोले हैं। इस एयरस्पेस में कराची, बादिन से हिंगोल, बलूचिस्तान से लेकर ईरान/अफगानिस्तान तक शामिल हैं। पाक सरकार ने पंजाब व सिंध की बॉर्डर्स के हवाई इलाकों को अब तक नहीं खोला है, इस पर समीक्षा 14 जून को होनी है।
हाल ही में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को फिर से सत्ता पर काबिज होते देख पाक ने अपने रवैए में बदलाव किया था। बीजेपी की जीत के बाद पाकिस्तान ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के लिए अपना एयरस्पेस खोल दिया था। दरअसल, एससीओ की मीटिंग में भाग लेने के लिए सुषमा स्वराज को किर्गिजस्तान की राजधानी बिश्केक पहुंचना था, जिसका रास्ता पाक की हवाई सीमा से होकर पड़ता व इसके लिए पाकिस्तान ने अपनी इजाजत दे दी।
पाकिस्तान ने अभी तक भारतीय एयरलाइनों के लिए अपने एयरस्पेस को आंशिक रूप से ही खोला है। खास तौर से पंजाब व सिंध की सीमाओं के हवाई क्षेत्र को फिर से खोलना अभी शेष है, इस पर एक समीक्षा मीटिंग 14 जून को होनी है। हिंदुस्तान व पाक के मध्य ग्यारह हवाई मार्ग हैं। पाक ने इन ग्यारह मार्गों में से दो को मार्च-अप्रैल में खोला था। ये दोनों मार्ग पाक के दक्षिण में आते हैं। ये दो मार्ग बादिन व हिंगोल के ऊपर से गुजरते हैं।