अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प व रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच जी-20 समिट में मुलाकात हो सकती है. इसी मुलाकात को लेकर किए गए एक सवाल पर ट्रम्प ने मीडिया को फटकार भी लगाई. ट्रम्प ने मीडिया से कहा, ‘मेरी उनसे (पुतिन) से बहुत अच्छी वार्ता होगी. मैं उनसे क्या कहूं व क्या नहीं कहूंगा, इससे आपको क्या मतलब.’ दो दिवसीय जी-20 समिट जापान के ओसाका में 28-29 जून को होगी.
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- अमेरिका के विशेष अधिवक्ता रॉबर्ट मुलर 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल की अपनी रिपोर्ट पर गवाही देने के लिए तैयार हो गए हैं. रॉबर्ट के इस बयान के बाद ट्रम्प वपुतिन की पहली मुलाकात है. रॉबर्ट 17 जुलाई को हाउस ज्यूडिशियरी एंड इंटेलिजेंस कमेटी के सामने पेश होने से पहले जनता के सामने अपनी बात रखेंगे.
- व्हाइट हाउस व क्रेमलिन (रूसी संसद) के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, समिट से हटकर ट्रम्प व पुतिन की मुलाकात हो सकती है. इस दौरान दोनों के बीच हथियार नियंत्रण, अमेरिका-ईरान तनाव, सीरिया संकट व यूक्रेन के स्थायित्व जैसे मामलों पर वार्ता हो सकती है.
- अधिकारियों के मुताबिक, इस सप्ताह ट्रम्प की चाइना के राष्ट्रपति शी जिनपिंग व हिंदुस्तान के पीएम नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात हो सकती है. ट्रम्प व जिनपिंग के बीच वॉशिंगटन व बीजिंग के बीच चल रहे ट्रेड वॉर को लेकर वार्ता हो सकती है.
- 448 पेज की रिपोर्ट में 74 वर्षीय मुलर ने कहा- ”रूसी सेना के अधिकारियों ने डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के चुनाव को प्रभावित करने की प्रयास की थी.” 18 अप्रैल को यह रिपोर्ट कानून मंत्रालय को सौंप दी गई थी. हालांकि, रिपोर्ट के आखिर में उन्होंने लिखा कि रूसी दखल के मुद्दे में पर्याप्त साक्ष्य नहीं मिल सके हैं.
- मुलर की रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि ट्रम्प ने रूसी दखल की जाँच को नियंत्रित करने की प्रयास की. उन्होंने मुलर को जाँच से हटवाने की भी प्रयास की थी. मुलर न्याय विभाग में पदस्थ थे. वे 2016 के अमेरिकी चुनाव में रूसी दखल के मुद्दे की जाँच कर रहे थे. हालांकि उन्होंने मई के अंत में इस पद से त्याग पत्र दे दिया.