लखनऊ. प्रेस कान्फ्रेस के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तब भड़क उठे जब उनसे एक वरिष्ठ पत्रकार ने यह सवाल पूंछ लिया कि आपके चाचा “शिवपाल” जानना चाहते हैं कि आप अपने वादे के मुताबिक अपने पिता मुलायम सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद कब सौंप रहे हैं??पत्रकार के इस सवाल पर अखिलेश यादव इस कदर तमतमा उठे कि उन्होंने पहले तो पत्रकार का नाम पूंछा और फिर उसे भवगा पार्टी का एजेंट तक बना डाला। इतना ही कहकर अखिलेश यादव का गुस्सा शांत नही हुआ,उन्होंने तल्ख शब्दों में कहा ‘जब देश बर्बाद हो जायेगा तो तुम जैसे पत्रकार कहीं के नहीं रहोगे।’
परिवार के सवाल पर हो जाते हैं गुस्सा
अक्सर देखा जाता है कि जब कभी भी उनसे परिवार के संबंध में सवाल पूछा जाता है तो वो अक्सर आग बबूला हो जाते हैं।
नेता जी से नही ली सीख
आज के प्रकरण के बाद अखिलेश यादव के प्रति अधिकांश पत्रकारों में उनके प्रति रोष दिखा, ज्यादातर पत्रकार उनकी और मुलायम से तुलना करते देखे गए। कई वरिष्ठ पत्रकार तो यह कहते भी दिखे कि अखिलेश यादव ने ‘नेता’ जी से कोई सीख नही ली है। जब कभी भी कोई पत्रकार उनसे(मुलायम सिंह यादव) इस तरह के सवाल करता था,तो वो उसे अलग से बुलाकर इस तरह के सवाल और ज्यादा पूछने की बात कहकर मामले को हल्का कर देते थे।
गुस्से पर काबू रखने वाला ही सफल नेता
एक सफल राजनीतिज्ञ बनने के लिए कहा जाता है कि सबसे पहले नेता के अंदर संयम होना चाहिए,इसके बाद ही उसके अंदर राजनीति करने के अन्य गुण विद्यमान हो सकते हैं।
असफलता अक्सर अहंकार को जन्म देती है और जो लोग इससे बच निकलते हैं वही आगे चलकर सफल और महान बनते हैं!!