आज के समय में जिस तरह इंटरनेट का प्रयोग बढ़ा है उसी तरह क्राइम भी अब डिजिटल होता जा रहा है। आपके अक्सर लोगों के पासवर्ड, साइट या सोशल मीडिया अकाउंट हैक होने की बात सुनी होगी। इतना ही नहीं, कई बार तो इंटरनेट की मदद से बैंक फ्रॉड को भी अंजाम देते हैं। इस साइबर क्राइम पर लगाम लगाने के लिए अब एक्सपर्ट की भारी मात्रा में जरूरत महसूस होने लगी है। इसे ही ‘एथिकल हैकिंग’ कहा जाता है। एथिकल हैकर साइट को दूसरे हैकर्स से सुरक्षित बनाने और साइबर क्राइम होने पर क्रिमिनल को पकड़वाने में अहम् भूमिका निभाते हैं। अगर आप भी चाहें तो इस क्षेत्र में अपना उज्ज्वल भविष्य देख सकते हैं-
क्या होता है काम
एक एथिकल हैकर का मुख्य काम कंपनी के कंप्यूटर सिस्टम की सुरक्षा को जांचने का होता है, ताकि वह कंपनी का डाटा हैक होने या चोरी होने से बचा सके। साथ ही कंप्यूटर सिस्टम के उन लूपहोल्स का पता लगाते हैं, जिसके कारण दूसरे हैकर साइबर क्राइम को अंजाम देते हैं। इसके अतिरिक्त किसी तरह का साइबर क्राइम होने पर भी वह साइबर क्रिमिनल को पकड़ने में हरसंभव मदद करते हैं।
स्किल्स
एक बेहतरीन एथिकल हैकर बनने के लिए व्यक्ति में कई तरह के स्किल्स होने चाहिए। सबसे पहले तो उसे कंप्यूटर व इंटरनेट की गहन जानकारी होनी चाहिए। साथ ही वह हर दिन अपडेट होती तकनीक से भी वाकिफ रहे। इस क्षेत्र में सफलता के लिए टेक्निकल नॉलेज के साथ−साथ आपके सोचने का तरीका भी जबरदस्त होना चाहिए। जिस तरह एक चोर को पकड़ने के लिए चोर की तरह सोचना पड़ता है, ठीक उसी साइबर की दुनिया में भी एथिकल हैकर को क्रिमिनल की तरह सोचना चाहिए। तभी वह नए दौर में होने वाले साइबर क्राइम को समझकर उसे रोकने में सक्षम हो पाएगा। इस क्षेत्र में कई बार आपको लंबे समय तक काम करना पड़ता है या फिर जरूरत पड़ने पर गैर टाइम भी अपनी सेवाएं देनी पड़ती है इसलिए एक कॉल पर भी काम करने के लिए आपको तैयार रहना चाहिए।
योग्यता
जो छात्र इस क्षेत्र में अपना भविष्य देख रहे हैं वह ग्रेजुएशन के बाद एथिकल हैकिंग का कोर्स कर सकते हैं। वैसे कुछ जगहों पर यह कोर्स 12वीं के बाद भी करवाया जाता है। एथिकल हैकिंग के कोर्स के दौरान छात्रों को इंटरनेट व साइबर सिक्योरिटी से संबंधित छोटी से छोटी जानकारी प्रदान की जाती है।
संभावनाएं
एथिकल हैकर्स के लिए काम की कोई कमी नहीं है और आने वाले समय में इनकी मांग बढ़ती ही जाएगी। आप कोर्स के बाद सेना, पुलिस, खुफिया विभाग, फॉरेंसिक डिपार्टमेंट व अन्य सरकारी विभागों में अपनी सेवाएं दे सकते हैं। आजकल तो साइबर क्राइम से निपटने के लिए अलग से साइबर सेल मौजूद है, वहां पर हमेशा ही योग्य एथिकल हैकर्स की जरूरत रहती है। इसके अतिरिक्त आप बड़ी−बड़ी आईटी कंपनियों, कम्युनिकेशन कंपनियों, जासूस एजेंसियों व अन्य कई तरह की कंपनियों में भी काम की तलाश कर सकते हैं।
आमदनी
जिस तरह आज के समय में एथिकल हैकर्स की मांग बढ़ रही है, उसके कारण उन्हें काफी अच्छा सैलरी पैकेज ऑफर किया जाता है। आप शुरूआत में ही 30000 से 40000 रूपए प्रतिमाह कमा सकते हैं जैसे−जैसे आपका अनुभव बढ़ता जाता है, आपकी आमदनी लाखों में ही हो सकती है।
प्रमुख संस्थान
इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एथिकल हैकिंग
इंस्टिट्यूट ऑफ इन्फार्मेशन सिक्योरिटी
मद्रास यूनिवर्सिटी
डोएक कालीकट
एसआरएम यूनिवर्सिटी
सीईआरटी