उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा विभाग में हुए कथित घोटाले के बाद सरकार ने एक वरिष्ठ अधिकारी को हटा दिया है। सरकार ने सोमवार को उप्र कॉरपोरेशन लिमिटेड की प्रबंध निदेशक अपर्णा यू को उनके पद से हटा दिया है। और उनकी जगह वरिष्ठ अधिकारी एम देवराज को कमान सौपी गई है।
बता दें उप्र पावर कॉपरेशन लिमिटेड के कर्मचारियों की भविष्य निधि (EPFO) खाते में जमा 2600 करोड़ रुपए को गलत तरीके से एक निजी कंपनी DHFL में निवेश किया गया है। जिसके बाद राज्य में हड़कंप मच गया। और आनन- फानन में सरकार ने प्रंबंध निदेशक अपर्णा यू को पद से हटा दिया है।
इस पूरी घटना के सामने आने के बाद सरकार ने अपर्णा यू को सिंचाई विभाग का काम सौपा है। वहीं दूसरी तरह उनकी जगह यह जिम्मेदारी प्रति नियुक्ति से वापस लौटे एम देवराज को दी गई है।
उत्तरप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और सपा विधायक राम गोविंद चौधरी ने भी इस मुद्दे पर सरकार को खूब घेरा है। चौधरी ने इस कथित 2600 करोड़ के घोटाले में ऊर्जा मंत्री श्री कांत शर्मा और विभागाध्यक्ष को बर्खास्त कर जेल भेजने की मांग की है।
एपी मिश्रा पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं। अखिलेश सरकार के दौरान कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे एपी मिश्रा ने उनपर किताब भी लिख चुके हैं।