लखनऊ। पीजीआई के साउथ सिटी में एचएएल के चीफ सुपरवाइजर देवेन्द्र सिंह नेगी के घर हुई डकैती का पुलिस खुलासा नहीं कर पाई थी कि डकैतों ने बुधवार रात गोमतीनगर में हाइडिल के रिटायर इंजीनियर गिरीश पाण्डेय के घर धावा बोल दिया। बदमाशों ने घरवालो को बंधक बनाकर 2 लाख की नकदी और चार लाख रुपये के जेवरात लूट लिए। विरोध करने पर बुजुर्ग गिरीश पाण्डेय पर चाकू से हमला कर दिया, जबकि बेटे प्रशांत का सिर फोड़ दिया। इसके बाद डकैत सभी लोगों को कमरे में बंद करके भाग निकले।
विवेकखण्ड के 1-128 निवासी गिरीश पाण्डेय 14 साल पहले हाइडिल से असिस्टेंट इंजीनियर के पद से रिटायर हुए हैं। उनके परिवार में पत्नी मंजू, बेटे प्रशांत, सुशांत, बहू अन्नया व पोते के साथ रहते हैं। करीब 15 दिन पहले गिरीश की बेटी बरखा दुबई से आयी हुई है। बुधवार की रात परिवार के सभी लोग खाना खाकर अपने-अपने कमरे में सो गये।
बाउंड्री वॉल कूदकर अंदर घुसः-
रात करीब ढाई बजे गिरीश पांडेय के घर के बगल में खाली प्लाट के रास्ते आधा दर्जन से अधिक नकाबपोश असलहाधारी बदमाश बाउंड्री वॉल कूदकर अंदर घुस गये। इसके बाद बदमाशों ने एक खिड़की की ग्रील काटी और अंदर दाखिल हो गये। बदमाश सबसे पहले गिरीश पांडेय के बेडरूम में घुसे। इसके बाद बदमाशों ने उनसे रुपये और जेवर के बारे में पूछा। गिरीश व उनकी पत्नी ने विरोध करने की कोशिश की तो बदमाशों ने गिरीश पर चाकू से हमला कर दिया। चाकू के हमले में गिरीश के दोनों हाथ कट गये। पत्नी मंजू ने भी विरोध किया तो बदमाशों ने उनको भी डंडे से पीटा। इसके बाद दोनों के हाथ व पैर चादर से बांधकर बंधक बना लिया। बदमाशों ने गिरीश के कमरे से कुछ रुपये व जेवरात बटोरे। कुछ बदमाश वहीं कमरे में रुक गये, जबकि कुछ बदमाश मकान की ऊपरी मंजिल पर बने कमरे की तरफ चले गये।
एक का सिर फोड़ा :-
इसके बाद बदमाशों ने प्रशांत के बेडरूम में धावा बोला। प्रशांत अपनी पत्नी अन्नया के साथ सो रहा था। बदमाशों को देख प्रशांत ने शोर मचाने की कोशिश की तो बदमाशों ने उसके सिर पर तमंचे की बट से वार कर उसका सिर फोड़ दिया। इसके बाद बदमाशों ने प्रशांत के कमरे से नकदी व उसकी पत्नी अन्नया के पास मौजूद जेवरात छीन लिये। प्रशांत के कमरे के बाद बदमाशों ने गिरीश की बेटी बरखा के कमरे की तरफ रुख किया और उसके बेडरूम में घुस गये। बदमाशों ने बरखा को डरा-धमका कर जेवरात छीन लिये। इस डकैती के दौरान घर में मौजूद गिरीश के छोटे बेटे शुशांत को भनक तक नहीं लग सकी।
नहीं लगी भनक :-
मकान में ही गिरीश पांडेय की एक नौकरानी दीपिका भी मौजूद थी। उसको भी घटना का पता नहीं चल सका। बदमाशों ने घर से 2 लाख की नकदी, चार लाख के जेवरात, चार मोबाइल फोन लूटे और सभी लोगों को उनके बेडरूम में बाहर से लॉक कर फरार हो गये। बदमाशों के भागने के बाद प्रशांत ने किसी तरह अपने बेडरूम का दरवाजा खोला और छत पर चढ़ कर पड़ोसी को मदद के लिए आवाज लगायी। पड़ोसी ने प्रशांत की जब आवाज सुनी तो फौरन सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। डकैती की सूचना मिलते ही मौके पर एसएसपी दीपक कुमार, एसपी उत्तरी, सीओ गोमतीनगर, गोमतीनगर पुलिस, क्राइम ब्रांच, डाग स्क्वायड व फिंगर प्रिंट यूनिट भी पहुंच गयी। दिन में एडीजी अभय प्रसाद ने मौके पर जाकर पीड़ित परिवार से जानकारी ली।