आम बजट-2020 के दस्तावेजों की छपाई सोमवार को हलवा रस्म के साथ शुरू हो जाएगी। आम बजट इस साल ऐसे समय में पेश होगा, जब देश की आर्थिक विकास दर छह साल के निचले स्तर पर आ गई है और लगातार कमजोर मांग के कारण ‘आर्थिक सुस्ती’ बनी हुई है। इसके अलावा, उपभोग और निवेश में कमी के कारण चालू वित्तवर्ष में राजकोषीय घाटा, कर राजस्व और विनिवेश के लक्ष्य को पूरा करना नामुमकिन प्रतीत हो रहा है, जिससे आर्थिक हालात निराशाजनक हैं।
सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास दर भी चालू वित्तवर्ष के आखिर में पांच फीसदी रहने की उम्मीद की जा रही है। आर्थिक आंकड़े खराब रहने के इस हालात में आम बजट 2020-21 से रोजगार सृजन, उपभोग और मांग में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।
क्या है हलवा रस्म?
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को नॉर्थ ब्लॉक में हलवा रस्म की मेजबानी करेंगी, जिसके साथ बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू होगा। हलवा रस्म के दौरान लोहे के बड़े बर्तन में हलवा तैया किया जाता है और वित्तमंत्री समेत वित्त मंत्रालय के कर्मचारियों को हलवा बांटा जाता है।
इसके बाद नार्थ ब्लॉक के बेसमेंट में जहां बजट की छपाई होती है, वहां अगले 10 दिनों तक यह प्रक्रिया चलेगी और इसमें शामिल मंत्रालय के कर्मचारी वहां कैद रहेंगे। वित्तमंत्री एक फरवरी को आम बजट पेश करेंगी।