नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश में जुटी कांग्रेस को अब एक के बाद एक अपनी ही पार्टी के नेता झटका दे रहे है। एक ओर कांग्रेस पार्टी नागरिकता कानून का विरोध कर रही है, जबकि कांग्रेस के ही कुछ दिग्गज नेता सीएए का समर्थन कर रहे हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल और सलमान खुर्शीद के बाद अब हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंदर सिंह हुड्डा ने भी नागरिकता संशोधन कानून को संवैधानिक करार दिया है।
भूपेंदर हुड्डा ने कहा, एक बार संसद से बिल पास होकर कानून बन गया तो मुझे लगता है कि यह संवैधानिक है और कोई भी राज्य इसे अस्वीकार नहीं कर सकता और करना भी नहीं चाहिए। हालांकि विधिक रूप से इसका परीक्षण होना बाकी है।
इससे पहले कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा था कि संसद से पास हो चुके नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लागू करने से कोई राज्य इनकार नहीं कर सकता और ऐसा करना असंवैधानिक होगा। पूर्व कानून एवं न्याय मंत्री ने केरल साहित्य उत्सव के तीसरे दिन कोझिकोड में कहा, जब सीएए पारित हो चुका है तो कोई भी राज्य यह नहीं कह सकता कि हम इसे लागू नहीं करेंगे। यह संभव नहीं है और असंवैधानिक है।
उन्होंने कहा था, आप सीएए का विरोध कर सकते हैं, विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर सकते हैं और केंद्र सरकार से (कानून) वापस लेने की मांग कर सकते हैं, लेकिन संवैधानिक रूप से यह कहना कि मैं इसे लागू नहीं करूंगा, अधिक समस्याएं पैदा कर सकता है।
दूसरी ओर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि सीएए की संवैधानिक स्थिति संदेहास्पद है। उन्होंने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप नहीं किया तो यह कानून की किताब में कायम रहेगा और अगर कुछ कानून की किताब में हैं तो उसे सभी को मानना होगा।