दक्षिण अफ्रीका के पोटचेफस्ट्रूम में एक से 12 अप्रैल तक खेले जाने वाले आगामी महिला जूनियर हॉकी विश्व कप में 16 टीमें भाग लेंगी। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने इसकी पुष्टि की।
एफआईएच की ओर से भारत को जर्मनी, मलेशिया और वेल्स के साथ पूल डी में रखा गया है, जबकि पूल में कनाडा, नीदरलैंड, अमेरिका और जिम्बाब्वे शामिल हैं। इंग्लैंड, आयरलैंड, दक्षिण अफ्रीका और यूक्रेन को पूल बी और पूल सी में अर्जेंटीना, कोरिया, रूस और उरुग्वे मौजूद है।
इसी तरह ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और चीन भी पिछले साल कोरोना संबंधित कारणों के चलते पीछे हट गए थे और उनकी जगह अर्जेंटीना, आयरलैंड और कोरिया को शामिल किया गया था। इस बीच एफआईएच ने सभी टीमों का समर्थन करने के लिए प्रत्येक टीम में खिलाड़ियों की संख्या 20 तक बढ़ाने का फैसला किया है, हालांकि किसी भी मैच की प्रारंभिक सूची में केवल 18 खिलाड़यिों को ही अनुमति दी जाएगी।
टूर्नामेंट पहले के शेड्यूल के मुकाबले अब एक दिन पहले शुरू और खत्म होगा, जिससे खिलाड़ियों को अपने संबंधित क्लबों में वापस आने और घरेलू मुकाबलों के लिए उपलब्ध होने में मदद मिलेगी। एफआईएच के सीईओ थियरी वेइल ने एक बयान में कहा कि एफआईएच हॉकी जूनियर विश्व कप अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के करियर में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
उल्लेखनीय है कि यह एफआईएच हॉकी महिला जूनियर विश्व कप का नौवां संस्करण होगा। 2016 में चिली के सैंटियागो में हुआ पिछला संस्करण अर्जेंटीना ने जीता था। उसने फाइनल में नीदरलैंड को मात दी थी.