ओलंपिक, एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण अब इसके आगे क्या बाकी रह जाता है। नीरज चोपड़ा ने इसका भी जवाब दे दिया है। साथ में बैठी देश की एकमात्र विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता अंजू बॉबी जॉर्ज को देखकर कहते हैं, मैम की तरह विश्व चैंपियनशिप का पदक जीतना बाकी है। वह कहते हैं कि विश्व चैंपियनशिप, ओलंपिक से भी कठिन है और अगला लक्ष्य यही है।
एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के फंक्शन में करते हुए नीरज चोपड़ा ने कहा, ” मैंने 2018 में कॉमनवेल्थ गोल्ड जीता. उसी साल एशियन चैंपियन भी बना. अब मेरा ओलिंपिक गोल्ड का सपना भी पूरा हो चुका है.
ऐसे में अब मेरा पूरा फोकस अगले साल अमेरिका में होने वाले वर्ल़्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतना है. ” उन्होंने कहा “वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में प्रतिद्वन्दिता काफी टफ होती है. कभी कभी ये ओलिंपिक से भी कठिन होता है. वर्ल्ड एथलेटिक्स में अब तक सिर्फ भारत के लिए अंजू मैम ने ही पदक जीता है. अब मैं भी उनकी तरह ये मेडल जीतना चाहता हूं. ”
हालांकि उनके एजेंडे में सबसे पहले अगले वर्ष राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के अपने खिताब को बचाव करना प्रमुख है। उन्होंने कहा कि स्वर्ण जीतने के बाद काफी समय तक उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ। सब कुछ सपने की तरह लग रहा था। हाथ में स्वर्ण देखता हूं तो विश्वास हो जाता है, हां जीता हूं।